रायपुर। पहले खुड़मुड़ा और अब बठेना में संदिग्ध मौतों के साथ प्रदेश में बढ़ती हत्या की घटनाओं के विपक्ष के आरोप को गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने नकार दिया है. उन्होंने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि प्रदेश में हत्या की घटना निरंतर बढ़ती जा रही है, जिसके कारण राज्य के अन्दर खौफ का माहौल बना हुआ है. वास्तविकता यह है कि राज्य को पुलिस बेहद संवेदनशील है, और प्रत्येक घटना पर तत्परता पूर्वक विधिसम्मत कार्यवाही कर रही है.

अमलेश्वर थाना के अंतर्गत खुड़मुड़ा में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या के मामले में भी गृहमंत्री साहू ने जवाब देते हुए बताया कि अज्ञात आरोपियों को ढूंढने के लिए दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर द्वारा 12 सदस्य टीम बनाई गई है. प्रकरण में आरोपी की जानकारी देने वाले को ईनाम की घोषणा की गई है. आरोपियों को ढूंढने के हरसंभव प्रयास और विवेचना जारी है.

वहीं उरला के अछोली में हुई हत्या की घटना को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि अछोली निवासी रामसहाय टंडन और उसकी बहू सुनीता टंडन की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इस बीच रामसहाय ने कुछ मजदूरों को गड्ढा खोदते देखा तब उसकी बहू सुनीता टंडन ने उस जगह में सेप्टिक बनाने की जानकारी दी. रामसहाय टंडन के उकसावे पर उसके बेटे भगतराम टंडन ने हत्या कर दी. घटना के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

इसके पहले जेसीसीजे विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि इस प्रदेश में हत्या, आत्महत्या, गैंग रेप चोरी, डकैती जैसी घटनाएं रोजाना हो रही है. इस मामले में प्रमुख विपक्षी दल ने स्थगन प्रस्ताव लाया था, लेकिन सरकार ने हिम्मत नहीं थी कि इस पर चर्चा कराई जा सके.

उन्होंने गृहमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि आपने बताया है कि आज मृतक के सुसाइड नोट में आर्थिक लेनदेन का जिक्र था. ऐसे में आपकी पुलिस क्या कर रही थी. आपने बताया कि पैरावट में अवशेष मिले. ये कैसी आत्महत्या है. संदिग्ध वातावरण बनता है, और आप चर्चा तक नहीं कराते. ये प्रजातंत्र के लिए सही नहीं है. इससे नीरस सदन मैंने आज तक नहीं देखा.