रायपुर. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को विधानसभा में शुक्रवार को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. सदन ने दो मिनट का मौन रखकर जवानों को दी श्रद्धांजलि. शहीदों के सम्मान में सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई.

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने आतंकवादी घटना की निंदा करते हुए कहा कि शहीदों के परिजनों को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करे. आतंकी भारत के मजबूत इरादों को डिगा नहीं पाएंगे. हमारे जवान बहादुर है, उनकी बहादुरी पर समूचे भारत को नाज है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जवानों की शहादत पर कहा कि आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस घटना से हम सब बेहद दुखी है. वीर जवान और इस धरती के किसान के भरोसे ही देश टिका है. इन वीर सपूतों की वजह से ही देश सुरक्षित है. जिस तरह से जवानों पर आत्मघाती हमला हुआ है. 37 जवान शहीद हो गए. जिन्होंने ये कायराना हमला किया है, उन्हें मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. हमारा छत्तीसगढ़ भी ऐसी घटनाओं से रू-ब-रू होता रहा है. छत्तीसगढ़ भी आतंकवाद का केंद्र बना हुआ है. पुलवामा को लेकर केंद्र जैसा भी रुख अपनाए हम सब उस निर्णय के साथ है.

मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि जवानों की इतनी बड़ी शहादत बेकार नहीं जाएगी. आतंकवादी घटना के खिलाफ यकीनन बड़ी कार्रवाई होगी. केशव चंद्रा ने कहा कि शहीद परिवार को ईश्वर इतनी शक्ति दे की इस दुख की घड़ी में शक्ति दे. मोहन मरकाम ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखने के लिए जवान शहीद हुए है. उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी.