आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। उमा भारती के बाद प्रदेश में लगातार शराब दुकानों के खिलाफ महिलाएं उग्र प्रदर्शन कर रही है। इस बीच शराबबंदी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम नें बड़ा बयान दिया है। विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने कहा, दुकान बंद करने से शराबबंदी नहीं होती है, शराब की बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध से शराबबंदी होगी। सरकार कितना भी जोर लगा ले, बिना समाज के समर्थन के यह संभव नहीं है। गांजे पर प्रतिबंध होने के बावजूद बड़ी मात्रा में गांजे की बिक्री हो रही है सरकार इसे रोक नहीं पाई है।
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि शराबबंदी के लिए जनता को आगे आना पड़ेगा और वही रोक सकती है। विधानसभा अध्यक्ष ने खुशी जाहिर कि महिलाएं शराबबंदी के लिए आगे आ रही हैं और इस वजह से कई दुकानें नहीं खुल पाई। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सरकार के तरफ से लगाई गई बंदिशों से सफलता नहीं मिलेगी।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी को लेकर मुखर है। उमा के बाद भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी ने भी शहर में शराब दुकान खोलने का जमकर विरोध किया था। इसके बाद प्रशासन को शराब दुकान की जगह बदलनी पड़ी थी। यहां भी इसका विरोध आमजन ने कर दिया। लिहाजा आबकारी विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद अब तक शराब दुकान नहीं खुल पाई है।
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