रायपुर। भगत सिंह से बापू की असहमति थी, अम्बेडकर के साथ असहमति थी, सुभाषचंद्र बोस से असहमति थी, कृपलानी से मतभेद थे? गोडसे की हिंसा को आप अम्बेडकर, कृपलानी और सुभाष चंद्र बोस से जोड़ रहे हैं यह दुर्भाग्य है. ये आपकी वैचारिक दरिद्रता को प्रदर्शित करता है. ये आपके वैचारिक गरीब होने को प्रदर्शित कर रहा है. यह बात संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने विधानसभा की विशेष सत्र में भाजपा विधायक के बयान पर तंज कसते हुए कही.

मंत्री चौबे ने कहा कि जब हम अपने राम की बात करते हैं तो ये लोग आक्रामक क्यों हो जाते हैं? नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी को लेकर व्यंग्यात्मक तरीके से अजय चंद्राकर बात करते हैं, लेकिन थोड़ी समझ तो हो. नरवा को लेकर आपकी सोच क्या है? इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार घुमा फिराकर क्यों बात कर रही है. आखिर इस पर चर्चा क्यों सदन में नहीं कराई जाती है.मंत्री ने जबाव दिया कि 19 हजार गांव है छत्तीसगढ़ में, अभी हमने केवल 2 हजार गांवों में ये योजना शुरू की है.

नारायण चंदेल ने कहा कि बनारसी गांव में 9 गाय मर गई है. कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा उनके इलाके में 22 गाय मरी है. रविन्द्र चौबे ने कहा कि यदि ऐसा है तो इसके जिम्मेदार आप भी है. ये योजना सबकी है.सरकार के सभी कार्यक्रम गांधी दर्शन से ओतप्रोत हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ लाल आतंक से लगातार रक्त रंजित होता जा रहा है. सामूहिक सहभागिता से इसे खत्म किये जाने की जरूरत है. हम राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले लोग है. अजय चंद्रकार को नसीहत देते हुए रविन्द्र चौबे ने कहा कि आपमें भी विन्रमता जरूरी है.