रायपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व में अवैध कटाई और जानवरों के अवैध शिकार के मामले में वन विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है. इसमें उपसंचालक संजय लूथरा और मानस राय शामिल है. इस संबंध में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने विधानसभा में जानकारी दी.
विधायक सौरभ सिंह ने अचानकमार वन अभयारण्य में वन्य प्राणियों का अवैध शिकार और वनों की अवैध कटाई के लिए ध्यानाकर्षण लगाया. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने विधायक के कथन को गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि इस वर्ष में अब तक एक ही प्रकरण दर्ज किया गया है. अवैध शिकार की कोई घटना नहीं हुई है. 1 जनवरी 19 से अब तक वनों की अवैध कटाई के लिए 2 प्रकरण भी दर्ज किए गए हैं. इसमें संलिप्त दोषियों पर कार्रवाई की गई है. अचानकमार टाइगर रिजर्व में केवल एक ही तेंदुए का शिकार हुआ है.
मंत्री ने बताया कि बाघ के शिकार की कोई भी घटना टाइगर रिजर्व में संज्ञान में नहीं आई है. रिजर्व में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी और सुरक्षा श्रमिकों द्वारा नियमित पेट्रोलिंग की जाती है. 5 वॉच टावर में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा सतत निगरानी की जाती है. रिजर्व में पदस्थ अधिकारियों द्वारा अवैध कटाई रोकने नियमित रूप से पेट्रोलिंग की जा रही है. परिसर रक्षकों को प्रतिदिन मॉनिटरिंग के लिए स्मार्टफोन दे दिया गया है. इसके लिए प्रतिदिन पैदल गस्ती का भी काम किया जाता है. जनता ने कोई रोष व्याप्त नहीं है.
अजीत जोगी ने कहा कि 2014 में 49 शेर थे. 2018 में 19 शेर हो गए. टाइगर के लिए 49 करोड़ रुपए खर्च हुआ. आपने बड़े उच्चाधिकारी पोस्ट किए. बहुत से अधिकारी हैं जिन्हें वन्य जीव की जानकारी है, उनसे प्यार करते हैं. चारो टाइगर रिजर्व में उन्हीं को लगाइए. टाइगर की घटती संख्या चिंता का विषय है. 19 की गणना अनुमानित है.