नई दिल्ली. देश के पांच प्रांतों में हो रहे विधानसभा चुनाव में आखिरी चरण में 7 दिसंबर को राजस्थान और तेलंगाना विधानसभा के लिए चुनाव होंगे. इसके लिए बुधवार को शाम 5 बजते ही प्रचार-प्रसार थम गया. चुनाव से पहले आइए जानते हैं राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा की कितनी सीटें हैं, और कितने प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं.

राजस्थान में दांव पर भाजपा की साख

सबसे पहले बात राजस्थान की. 20 जनवरी 2019 को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. हर विधानसभा चुनाव में जिस राजस्थान में सरकारें बदल जाती हो वहां की 200 सीटों पर होने वाले मतदान में 2294 प्रत्याशी चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. इनमें से राष्ट्रीय दलों के 630, क्षेत्रीय दलों के 211, गैर मान्यता प्राप्त दलों के 613 और 840 स्वतंत्र प्रत्याशी शामिल हैं.

27 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार

राजस्थान के चुनावी रण में दांव आजमा रहे 597 (27 प्रतिशत) करोड़पति हैं, वहीं सभी प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 2.12 करोड़ रुपए आंकी गई है. इसके अलावा चुनावी मैदान में 320 (15 प्रतिशत) प्रत्याशियों पर आपराधिक और 195 प्रत्याशियों (9 प्रतिशत) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

कामिनी जिंदल के पास सबसे ज्यादा संपत्ति

प्रत्याशियों की ओर से जमा किए गए दस्तावेजों के अनुसार, राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा धनी नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी की गंगानगर से चुनाव लड़ रहीं कामिनी जिंदल हैं, जिनकी कुल संपत्ति 287 करोड़ से ज्यादा है. इसके बाद कांग्रेस के ढोड सीट से चुनाव लड़ रहे परसराम मारडिया का नंबर है, जिनकी कुल संपत्ति 172 करोड़ से ज्यादा है. सके बाद नीम के थाना से चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रेम सिंग बाजारो का नाम है, जिनकी संपत्ति 142 करोड़ से ज्यादा है.

तेलंगाना में महागठबंधन से टीआरएस का मुकाबला

अब बात तेलंगाना राज्य की, जहां आंध्रप्रदेश के विभाजन के बाद गठित प्रथम विधानसभा चुनाव का निर्धारित अवधि का कार्यकाल खत्म होने से 9 महीने पहले हो रहे चुनाव में राज्य के 2 करोड़ 80 लाख मतदाता 119 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को 32,574 पोलिंग बूथों पर मतदान करेंगे. चुनाव मैदान में एक तरफ जहां सत्तारुढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) है, तो दूसरी ओर तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी), कांग्रेस और तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) और सीपीआई महाकुट्टामी (महागठबंधन) बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं. इनके अलावा भाजपा स्वतंत्र रूप से लड़ रही है, वहीं असदद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम चुनाव मैदान में है.

1821 प्रत्याशी चुनाव मैदान में

तेलंगाना विधानसभा के 119 सीटों के लिए 1821 प्रत्याशी दांव आजमा रहे हैं, जिनमें से राष्ट्रीय दलों के 375 से, क्षेत्रीय दलों से 269, गैर मान्यता प्राप्त दलों के 502 और 675 स्वतंत्र उम्मीदवार मैदान में हैं. इन प्रत्याशियों में से 368 (21 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक तो 231 (13 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज है. वहीं 438 (25 प्रतिशत) प्रत्याशी करोड़पति हैं, इसके अलावा 1821 प्रत्याशियों की संपत्ति का औसत निकाला जाए तो 3.29 करोड़ रुपए है.

कांग्रेस की प्रत्याशी कोमती के पास 314 करोड़ की संपत्ति

चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों में से सबसे अमीर मुनुगोडे विधानसभा से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस की प्रत्याशी कोमाती रेड्डी राजगोपाल रेड्डी का नाम आता है, जिनकी कुल संपत्ति 314 करोड़ से ज्यादा है. इसके बाद बालकोंडा से चुनाव लड़ रहे बसपा के सुनील कुमार मुथयाला का नाम है, जिनकी कुल संपत्ति 182 करोड़ से अधिक है. इसके बाद नागरकुर्नूल से चुनाव लड़ रहे टीआरएस के प्रत्याशी मेरी जनार्दन रेड्डी हैं, जिनकी कुल संपत्ति 161 करोड़ से ज्यादा है.