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रिपोर्ट – पं. वैभव बेमेतरिहा

मिशन 2018 का चुनाव कांग्रेस पार्टी किसके नेतृत्व में लड़ेगी अगर ये सवाल आपके जहन में उठ रहा हो तो इसका जवाब अब मिल गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने कांग्रेस के धरमवीर तय कर लिए है। कांग्रेस के तमाम शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में पार्टी महासचिव ने स्पष्ट कर दिया  है कि चुनाव मौजूदा जोड़ी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। इसमें किसी को कोई डाउट नहीं होना चाहिए। लेकिन डाउट इस बात को लेकर हो सकता है कि क्या इस जोड़ी को शीर्ष नेताओं का पूरा साथ मिलेगा ?  और क्या धरमवीर की जोड़ी मिशन 2018 फतह करा पाएगी ?

 

एक फिल्म का बहुत ही लोकप्रिय गाना है…सात अजुबा इस दुनिया में आठवीं अपनी जोड़ी ..तोड़े से भी नहीं टूटेगी धरमवीर के ये जोड़ी। जी हां इन दिनों अब यही गाना कांग्रेस पार्टी के भीतर में गुन-गुनाई जा रही है। क्योंकि टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल ही वो धरमवीर है जिनके नेतृत्व में पार्टी 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव बी.के. हरिप्रसाद इसे लेकर साफ और स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने यह भी कह दिया है कि  नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को लेकर किसी तरह कोई डाउट किसी को भी नहीं होना चाहिए।

हरिप्रसाद ने ये बयान ऐसे में मौके पर दिया है जब उनके साथ कांग्रेस के धरमवीर तो मौजूद थे ही, कांग्रेस के शीर्ष पंक्ति के वे तमाम नेता भी मौजूद थे जो सीएम पद के दावेदार माने जाते हैं। हालांकि हरिप्रसाद ने ये स्पष्ट नहीं किया कि सीएम का फेस 2018 में कौन होगा ?  ये और बात है कि उन्होने यह जरूर कहा कि फिलहाल भूपेश ही फेस है।

हरिप्रसाद के इस बयान पर कांग्रेस के धरमवीर जो़ड़ी ने तो कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की और ना शीर्ष पंक्ति में शामिल नेताओं ने। लेकिन ये बात तय है कि राष्ट्रीय महासचिव के इस बयान ने उन नेताओं के सपने जरूर तोड़ दिए होंगे जो कांग्रेस के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की आस लिए बैठें होंगे। या जो खुद नेतृत्व संभालने की जुगत में होंगे।

वैसे इन तमाम स्थितियों के बीच सवाल ये है कि कांग्रेस के धरमवीर की जोड़ी नेता जी की उम्मीदों पर कितनी खरी उतरेगी ? क्या मिशन 2018 ये जोड़ी फतह करा पाएगी ? और क्या पूरी कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर इस जोड़ी की मदद करेगी ? इन सवालों के बीच भले हरिप्रसाद को किसी तरह का डाउट नहीं हो, लेकिन फिर भी डाउट तो बना रहेगा। ऐसे में जाहिर है दोनो नेता चाहेंगे कि पार्टी के भीतर सभी से मदद मिलती रहे थोड़ी-थोड़ी, देखिए क्या कमाल कर पाती है ये धरमवीर की जोड़ी ?