सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। लॉकडाउन के दौरान विद्या मितान और अतिथि शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित बच्चों की शिक्षा का जिम्मा संभाले हुए हैं. विद्या मितान (अतिथि शिक्षक) कल्याण संघ के आह्वान पर बच्चों को वैकल्पिक शिक्षा के रास्ता में चलकर शिक्षा दे रहे हैं. गाँव-गाँव में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पढ़ाई करा रहे हैं.

विद्या मितान संघ के अध्यक्ष धर्मेन्द्र दास वैष्णव ने बताया कि संकट के इस घड़ी में छत्तीसगढ़ शिक्षा में पीछे नहीं रहने देंगे, शिक्षा विभाग ने जो पांच प्रकार के वैकल्पिक व्यवस्था कोरोनाकाल में सुझाया उस पर अमल करते हुए प्रदेश भर में विदया मितान शिक्षक अपने-अपने गांव में बच्चों को पढ़ा रहे हैं. खासकर उन बच्चों को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है, जो ऑनलाइन क्लास से वंचित है. फोन नहीं होने पर पढ़ाई तुहर दुआर से वंचित है.

उन्होंने साथ ही बताया कि विद्या मितान शिक्षक वर्ष 2016 से बस्तर, सरगुजा तथा छत्तीसगढ़ विभिन्न आदिवासी अंचलों मे कार्यरत है. विद्या मितान शिक्षकों को अस्तित्व में इसलिए लाया गया ताकि हाई और हायर स्कूल की स्थिति की ऊपर उठाया जा सके. अभी लॉकडाउन के कारण, शिक्षा की स्थिति चरमरा गई, जिसे ठीक करने के लिए विद्या मितान संघ द्वारा पहल किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार अपने वादा अनुरूप शासन प्रशासन नियमितिकरण का वादा पूरा करे.