हेमंत शर्मा,रायपुर। राजधानी में विद्यामितान संघ नियमितीकरण और अपनी बहाली की मांग को लेकर बीते 63 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के बाद आज विद्यामितानिनों ने रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और विद्यामितानों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई. झड़प के दौरान विद्या मितान संघ की कई महिलाओं को चोटें आई और बेहोश भी हो गई. जिन्हें एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया गया.
विद्यमितानों को छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया है. विद्यामितान संघ रैली निकालकर विधानसभा का घेराव करने निकले थे. लेकिन पुलिस ने इनको रास्ते में ही रोक लिया. जिसके बाद विद्या मितान जमीन पर ही लेट गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा करने लगे. विद्यामितान शिक्षकों को पुलिस ने स्मार्ट सिटी के सामने बैरिकेड लगाकर रोका, तो पुलिस और विद्यमितानों के बीच जमकर झूमाझटकी भी हुई.
विद्या मितान शिक्षक संघ की रानी उष्मा ने कहा कि हमारी स्थिति दयनीय हो गई है. कांग्रेस की सरकार बनते ही हमारे 300 साथियों को वंचित कर दिया गया. सरकार ने हमें बेरोजगार कर दिया है. जब बीजेपी की सरकार थी, तो 3 साल काम किये थे. जैसे ही कांग्रेस सरकार आई हमें 8 महीने की ड्यूटी करके जीरों बैलेंस में बैठा दिया. कोरोना हमको बाद में मारेगी, हम पहले भूख से मर जायेंगे. इलाज के लिए पैसे हमारे पास नहीं है. यही सरकार सत्ता में नहीं थी, तो बड़े-बड़े वादे की थी. सरकार सिर्फ अपनी कुर्सी बढ़ा रही है. वो भूल जाये 2024 में गद्दी का सपना भी नहीं देखेंगे. हम 15 साल की सरकार को हिला सकते हैं, तो 5 साल की सरकार को भी हिला सकते है.
बता दें कि सरकार की तरफ से इनकी मांगों पर कोई पहल नहीं किए जाने से विद्यामितान नाराज चल रहे हैं. यही वजह है कि आज विधानसभा सत्र के दौरान घेराव करने की कोशिश की गई. विद्या मितान शिक्षक की संख्या प्रदेश भर में 2500 से अधिक है. तत्कालीन सरकार ने प्रदेश में शिक्षकों की कमी को देखते हुए इनकी भर्ती की थी. आज वनांचल से लेकर शहर में विभिन्न स्कूलों में शिक्षक सेवा दे रहे हैं.