पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद. गरियाबंद में गुरुवार को दूध की नदी बहने लगी. ऐसा कोई और नहीं बल्कि दूध उत्पादन करने वाले किसानों ने ही किया. किसानों ने अनोखा प्रदर्शन करते हुए पैरा नदी में 700 लीटर दूध बहा दिया. इन्होंने दुग्ध संघ समिति पर दूध खरीदी नहीं करने का आरोप लगाया है.
दरअसल पूरा मामला गरियाबंद के पोंड गांव का है. जहां के दूध उत्पादन किसानों का कहना है कि जिले की दुग्ध संघ समिति उनका दूध नहीं खरीद रहे है. साथ ही जिले की दूध समितियां बंद करने का विचार कर रही है. यदि ये समितियां बंद हो गई तो हम कहा दूध बेचेंगे. किसान दूध उत्पादन कर आय का साधन बनाते है. उनका कहना है कि यदि समिति दूध नहीं खरीदेगी तो हम कहा से अपनी रोजी रोटी कमाएंगे. इसी को लेकर इन किसानों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन करते हुए पैरा नदी में कई लीटर दूध बहा दिया.
वहीं दुग्ध महासंघ ने जिले के सभी 19 दुग्ध समितियों को दूध की गुणवक्ता सुधारने के बाद दूध खरीदने की बात कह रही है. जिससे परेशान होकर किसानों ने पैरा नदीं में 700 लीटर दूध बहा दिया है. साथ ही दूध उत्पादक किसानों ने महासंघ पर आरोप लगाया है कि गुणवक्ता का बहाना कर दूध खरीदने से मना किया जा रहा है. किसानों का कहना है कि लोन लेकर हमने इस दूध उत्पादन का काम शुरु किया था. लेकिन इससे पहुंत नुकसान हो जाएगा.
इस मामले को लेकर जिलाध्यक्ष सोमप्रकाश साहू ने जल्द ही किसानों की समस्या से निजात पाने का आश्वासन दिया है. पैरा नदी में पानी की जगह एका-एक दूध की धारा चलने लगी. मानों दूध की नदी बह रही हो. आप इस वीडियो में भी साफ देख सकते है कि किस तरह से दूध की नदी बह रही है. पानी की जगह पूरे नदी में दूध की धारी बहने लगी.
देखें वीडियो…
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