चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (SAD) छोड़कर हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए रणजीत सिंह गिल के चंडीगढ़ स्थित आवास पर शनिवार सुबह पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने छापेमारी की. यह छापेमारी तब हुई, जब गिल शुक्रवार देर रात को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में BJP में शामिल हुए थे. विजिलेंस की टीम सुबह से ही उनके आवास पर जांच कर रही है. रणजीत सिंह गिल गिल्को कंपनी के मालिक हैं और खरड़ क्षेत्र में रियल एस्टेट कारोबारी के रूप में जाने जाते हैं. (Punjab News)

अकाली दल से इस्तीफा, BJP में शामिल

रणजीत सिंह गिल ने 18 जुलाई को शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ लगातार बैठकें कीं और BJP में शामिल होने का फैसला किया. इस्तीफे के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें लिखा था, “खरड़ हलके की बहनों और भाइयों को गुरु की फतेह. अब समय आ गया है कि मैं हलके के निवासियों, पंजाब, पंजाबी संस्कृति और देश के लिए जो भी उचित फैसला होगा, वह लूंगा.” इस पोस्ट से संकेत मिले थे कि वह BJP में शामिल हो सकते हैं.

 शनिवार सुबह विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने रणजीत सिंह गिल के चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापेमारी शुरू की. हालांकि, छापेमारी के कारणों और जांच के विवरण के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. गिल के BJP में शामिल होने के तुरंत बाद इस कार्रवाई को लेकर सियासी हलकों में चर्चा तेज हो गई है.

सियासी हलचल तेज

गिल के BJP में शामिल होने और तुरंत बाद विजिलेंस की छापेमारी ने पंजाब की सियासत में हलचल मचा दी है. BJP में शामिल होने के बाद गिल ने कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और पंजाब की प्रगति के लिए काम करना चाहते हैं. हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने भी उनके शामिल होने पर कहा था कि पंजाब की जनता इस बार BJP के साथ सकारात्मक बदलाव के लिए तैयार है. हालांकि, विजिलेंस की इस कार्रवाई ने उनके राजनीतिक भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं.