दिलशाद अहमद, सूरजपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी एवं आदिवासी युवा नेता विजय प्रताप सिंह का सोमवार को चेन्नई में निधन हो गया. वे इलाज के लिए चेन्नई गए थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.

अविभाजित मध्य प्रदेश के प्रभावी आदिवासी नेता एवं सुंदरलाल पटवा सरकार में राज्यमंत्री रहे स्व शिव प्रताप सिंह के ज्येष्ठ पुत्र सूरजपुर जिला पंचायत के सदस्य 49 वर्षीय विजय प्रताप सिंह किडनी संबंधी समस्या से परेशान थे, जिसके इलाज के लिए वे सपरिवार चेन्नई गए थे. किडनी ट्रांसप्लांट से पूर्व ही उनकी हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया.

विजय प्रताप सिंह ने अपनी राजनीति की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की, फिर वे भारतीय जनता युवा मोर्चा, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर जिले की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई. बतौर अधिवक्ता सूरजपुर अधिवक्ता संघ के सदस्य भी रहे. अविभाजित सरगुजा में उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष का दायित्व संभाला और सूरजपुर जिला बनने के बाद जिले के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र चांदनी बिहारपुर से लगातार दो बार जिला पंचायत सदस्य रहे.

विजय प्रताप ने पिछला विधानसभा चुनाव प्रेमनगर अनारक्षित विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर लड़ा, लेकिन सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेल साय सिंह के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उनके निधन की खबर सूरजपुर में पहुंचते ही जिले में शोक की लहर फैल गई. विजय प्रताप सिंह के पार्थिव देह का अंतिम संस्कार कब और कहां किया जाएगा फिलहाल स्पष्ट नहीं है.