नाभा के गांव बाबरपुर में गांवों के किसानों ने एकजुट होकर को-आप्रेटिव बैंक पर ताला जड़ दिया और कर्मचारियों को बंदी बना लिया।

को-आप्रेटिव बैंक के मैनेजर द्वारा गांवों के सैंकड़ों किसानों से 70 लाख ठगने का मामला सामने आया है।

किसानों ने बताया कि इस बैंक के प्रबंधक ने गांव के किसानों की खून-पसीने की कमाई को इस बैंक में जमा करवाया। बैंक मैनेजर ने फर्जी हस्ताक्षर कर लोगों से धोखाधड़ी की है।

उन्होंने कहा कि अब उनका धरना दिन-रात तब तक जारी रहेगा जब तक उनका पैसा वापस नहीं मिल जाता। तब तक बैंक के कर्मचारी बैंक के अंदर ही रहेंगे।


उन्होंने कहा कि एक बुजुर्ग महिला, जिसके 2 बेटों और पति की मौत हो चुकी है, से 6 लाख 48 हजार रुपए की ठगी की गई है। जब बैंक मैनेजर से पूछा तो उन्होंने कहा कि वग यहां नया है, उनके उच्च अधिकारी आ रहे हैं और यह पूरा मामला उनके ध्यान में है।