रमेश सिन्हा, पिथौरा। महासमुन्द जिले के कलेक्टर डोमन सिंह गुरुवार को पिथौरा ब्लॉक के धान खरीदी केंद्रों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान वे गांव कौहाकुडा सराईपाली पहुंचे, जहां उन्होंने वर्ष 1986-87 में बतौर सहायक शिक्षक सेवा दी थी.

कलेक्टर डोमन सिंह के साथ एसडीएम राकेश गोलक्षा के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. गांव में पहुंचने के बाद कलेक्टर ने जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों की पहले समस्या सुनी, फिर पुराने स्कूल भवन का जिक्र किया. कुछ लोगों ने बताया कि स्कूल पुराना और जर्जर हो चुका है, अब तो नया बन गया है. कलेक्टर ने बस्ती के भीतर स्कूल भवन का जिक्र किया तो कलेक्टर तत्काल ही बस्ती की ओर निकल पड़े. करीबन किलोमीटर की दूरी पर नोहर दीवान के घर पहुंचे, जहां कभी स्कूल हुआ करता था.

कलेक्टर ने स्थल को पहचानने के साथ मौजूद पत्रकारों से फोटो खींचने का आग्रह किया. असमंजस में पड़े ग्रामीणों को कुछ समझ नहीं आ रहा था. तभी गांव की एक बुजुर्ग महिला नीरा बाई पटेल ने कलेक्टर को पहचान लिया. ग्रामीणों को भी जब कलेक्टर के सहायक शिक्षक के तौर पर गांव में सेवा देने की जानकारी होने पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा. ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी दौड़ आई. इसके साथ कलेक्टर उस घर में भी गए, जहां वे नौकरी करने के दौरान रहा करते थे.

कलेक्टर डोमन सिह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि सन् 86-87 में महासमुन्द जिले के पिथौरा विकास खन्ड के ग्राम सराईपाली में शिक्षक के पद पर पदस्थ हुआ था. करीब तीन माह की सेवा मैने गांव में सेवा भी की थी. उन्होंने बताया कि पिथौरा ब्लॉक के धान खरीदी केन्द्र व गौठानों का निरीक्षण किया. इस दौरान ग्राम सराईपाली के ग्रामीणों की समस्या सुनने के साथ अधिकारियों को निर्देश दिया है.