सुशील सलाम, कांकेर, जिले के धुर नक्सल प्रभावित आमाबेड़ा क्षेत्र में लक्ष्मी पूजा के दिन खेत में काम कर रहे ग्रामीण की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. शव की बरामदगी जिला बल और बीएसएफ की संयुक्त पार्टी ने सर्चिंग के दौरान की थी. मृतक का नाम राजाराम उइके था.
घटना के दिन राजाराम अपनी पत्नी और बच्चे के साथ खेत में काम कर रहे थे, उसी दौरान दो व्यक्ति वहां आये और नक्सलियों के द्वारा पूछताछ के लिए बुलाये जाने की बात कहकर उसे अपने साथ ले गए. फिर उसकी धारदार हथियार से हमला कर मौत का घाट उतार दिया. जिसे बीएसएफ और जिला बल की संयुक्त टीम ने बरामद किया.
आमाबेड़ा थाना प्रभारी बीआर धुर्व ने बताया कि जादू टोने के शक में ये तीनों आरोपियों ने ग्रामीण की हत्या कर दी थी और जिसे नक्सली हत्या का रूप देने की कोशिश की गई है.
मामले के दो आरोपी संतुराम उइके और सुनेश गावड़े ने सहायक आरक्षक मानसिंह को 15 हजार रुपये में हत्या की सुपारी दी थी. आरोपी आरक्षक जिले के गोंडाहूर थाना में पदस्थ है.