रायपुर. विधानसभा केशकाल के ग्राम धनोरा में भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नव निर्मित आवर्ती चराई गौठान का शुभारंभ किया और संचालित गतिविधियों से अवगत हुए. यहां लगभग 10 हेक्टेयर में आवर्ती चराई गौठान बनाया गया है, जिसमें लगभग 5 हेक्टेयर में चारागाह विकासित किया गया है. 2 हेक्टेयर क्षेत्र में आजीविका मूलक गतिविधियों का संचालन होगा. 1 एकड़ में मल्चिंग विधि से सब्जी उत्पादन किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने स्वसहायता समूह की महिलाओं के साथ सेल्फी भी ली. ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शासन द्वारा वन भूमि में आवर्ती चराई गौठान स्थापित किए जा रहे हैं. इससे प्रमुख रूप से दो उद्देश्य की पूर्ति हो रही है, वन भूमि पर उत्पन्न जैव विविधता का संरक्षण और संवर्धन हो रहा है, साथ ही स्थानीय रूप से ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है.
गोठान में ये काम कर रहीं महिलाएं
धनोरा आवर्ती चराई गौठान के आजीविका मूलक केंद्र में 8 महिला समूहों द्वारा मुर्गी पालन, मशरूम पालन, बटेर पालन, सब्जी उत्पादन, बायोफ्लाक तकनीक से मछली पालन, बकरी पालन, शुकर पालन, गाय पालन, मसाला निर्माण इकाई का संचालन किया जा रहा है. महिलाओं ने बताया कि उन्हें बकरी पालन से लगभग 2 लाख, मशरूम से 70 हजार, गाय पालन डेयरी उत्पादन से लगभग 80 हजार, मुर्गी पालन से 2.5 लाख, मछली पालन से 2 लाख की वार्षिक आय होगी.साथ ही मल्चिंग विधि से सब्जी उत्पादन और मसाला निर्माण इकाई से उन्हें अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा.
शेड में साफ सफाई रखने के दिए निर्देश
धनोरा आवर्ती चराई गौठान में गाय पालन शेड के अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जल्द ही दुग्ध की दर निर्धारण करेंगे. उन्होंने महिला समूह से चर्चा की और गाय तथा बछड़ों की अच्छी देखरेख करने कहा. उन्होंने शेड में साफ सफाई रखने के निर्देश दिए.
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