दुष्यंत मिश्रा, सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह ग्राम जैत में ग्रामीणों को पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो रहा है। शनिवार को गृह ग्राम पहुंचे सीएम शिवराज को ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की। ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद सीएम ने अधिकारियों की क्लास लगाते हुए 15 दिन पानी की किल्लत दूर करने का निर्देश दिया। शिवराज ने अधिरकारियों से सवाल करते हुए पूछा कि- टोटी में पानी लाने का काम मेरा है क्या? 

दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को अपने गृह ग्राम जैत पहुंचे। सीएम ने गांव के मंदिर में पूजा अर्चना की और ग्राम वासियों तथा देश-प्रदेश के नागरिकों की सुख समृद्धि की कामना की l

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज जब ग्रामीणों से मिल रहे थे, तब  जैत ग्राम सहित आसपास के ग्रामीणों ने उन्हें जल समस्याओं को लेकर बहुत सारे आवेदन दे दिए। इतनी समस्याओं को देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मौजूद अफसरों  की क्लास लगा दी।  शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि जल निगम क्या कर रहा है।  मेरे गांव में ही पानी नहीं आ रहा है। लोग मेरे से शिकायत कर रहे हैं।

शिवराज ने अधिरकारियों से सवाल करते हुए पूछा कि- टोटी में पानी लाने का काम मेरा है क्या? उन्होंने कमिश्नर की तरफ रुक करते हुए कहा कि गुलशन 15 दिन में इस समस्या का हल होना चाहिए। नहीं तो सब को चित कर दूंगा। उन्होंने कहा कि टोटी और नल का आवेदन लेना मेरा काम है क्या? मुख्यमंत्री के स्वरूप को देखते हुए सारे अधिकारियों में सन्नाटा छा गया।