अरविंद मिश्रा, बलौदाबाजार. जिले में नशे के अवैध कारोबार से लोग परेशान हैं. बच्चे और युवा नशे की गिरफ्त में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं. साथ ही हिंसक होते जा रहे हैं, जिससे आए दिन किसी न किसी गांव में चाकूबाजी की घटना हो रही है. सबसे ज्यादा परेशान महिला वर्ग हैं. शराब के अवैध कारोबार से परेशान धौराभाठा एस की महिलाओं ने कलेक्टर व एसपी कार्यालय पहुंचकर गांव से शासकीय शराब दुकान को हटाने व अवैध कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.

महिलाओं ने कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर अपने गांव में बढ़ते नशे के अवैध कारोबार की शिकायत की. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में संचालित सरकारी शराब दुकान और अवैध नशे के कारोबार से माहौल पूरी तरह बिगड़ चुका है. उन्होंने दुकान को स्थानांतरित करने और अवैध कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. साथ ही सिद्धबाबा मंदिर को धार्मिक स्थल घोषित करने की मांग भी रखी.

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शराब और गांजे की बिक्री से महिलाएं और छात्राएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है. महिलाओं को घर से बाहर निकलने और कामकाज में परेशानी हो रही है. छात्राओं को स्कूल और कॉलेज जाने में डर का सामना करना पड़ता है. ग्राम स्तर पर कई बार बैठकें कर नशे के खिलाफ निर्णय लिए गए हैं, लेकिन अवैध कारोबार करने वाले नहीं मान रहे.

ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम सभा द्वारा गांव में कई कड़े नियम लागू किए गए हैं. इनमें गांव में शराब, गांजा बेचने पर 20 हजार रुपए का जुर्माना, सार्वजनिक स्थानों पर नशा करने, गाली-गलौज और मारपीट करने, स्कूल, मंदिर और तालाब जैसे स्थलों पर जुआ और ऑनलाइन गेमिंग पर 10 हजार रुपए का दंड तय किया गया है. वहीं दुकानों में अंडा-चखना बेचते हुए शराब पीने- पिलाने वाले दुकानदार पर 10 हजार रुपए का जुर्माना और जानकारी देने वाले को 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है. इसके बाद भी अवैध शराब का कारोबार जारी है.

अपराध के रास्ते पर जा रहे नाबालिग

ग्रामीणों का कहना है कि नशे से ग्रामीण परेशान हैं. गांव के नाबालिग बच्चों पर इसका व्यापक असर पड़ रहा है. नशे की गिरफ्त में फंस चुके युवा और नाबालिग अपराध के रास्ते पर चल पड़े हैं. यहां एक हत्या भी हो चुकी है. इसके कारण ग्रामीण गांव में डिस्पोजल बेचने, तेज गति से गाड़ी चलाने पर 5100 रुपए और तालाब में गंदगी फैलाने पर 3100 रुपए का जुर्माना भी निर्धारित किया है. ग्रामीणों ने प्रशासन से इन नियमों को प्रभावी बनाने और गांव को नशामुक्त करने की दिशा में ठोस कार्रवाई की मांग की है.

गांव में समाधान शिविर लगाकर लोगों को करेंगे जागरूक : एसपी

ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि ग्रामीणों से विस्तृत चर्चा हुई है. ग्राम पंचायत स्तर पर कई कार्रवाई की जा सकती है. साथ ही भाटापारा ग्रामीण थाना को इस शिकायत पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं. इसके अलावा गांव की समस्या को देखते हुए एक समाधान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा.