गौरव जैन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. गर्मी का मौसम आते ही पेयजल की समस्या होने लगती है. जिले के दूरस्थ अंचल के लोग आज भी पीने के पानी जैसे मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं. यहां के निवासी नदी नाले के गंदे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. जिसके कारण यहां के ग्रामीणों को तबीयत खराब होने का भी गंभीर खतरा बना रहता है.

मरवाही विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटरा गांव के धनुहारीटोला में पेयजल की भारी समस्या है. पूरा इलाका हाथी प्रभावित है. जिससे जंगली जानवरों का भी खतरा यहां बना रहता है. यहां के लोग पानी के लिए कई किलोमीटर दूर जंगल में नदी से पानी लेकर आते हैं. नदी के किनारे रेत के हिस्से में एक छोटा सा गड्ढा बनाकर गांव की महिलाएं-पुरुष बारी-बारी से पानी निकालती हैं.

केंद्र सरकार की नल जल योजना के माध्यम से नल कनेक्शन लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने का वादा तो जरूर किया जाता है. लेकिन हकीकत ये है कि नल में अब तक पानी नहीं पहुंच पाया है. कई सरकारें बदली लेकिन आज तक उनकी हालत जस की तस है. यहां के ग्रामीणों का कहना है कि सांसद-विधायक चुनाव के समय वोट मांगने के लिए आते हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं. गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों को भी बार-बार अवगत कराने के बाद यहां की व्यवस्थाएं नहीं सुधरी है.

शुद्ध पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण उस गांव के आसपास के कई लोग मजबूरी के चलते और शासन प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण नदी नाले का गंदा पानी को पीने के लिए मजबूर हैं.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें