पंकज सिंह, दंतेवाड़ा। जिले के कटेकल्यान ब्लॉक के टेटम पंचायत में पुलिस कैम्प स्थापना की सुगबुगाहट पर सैकड़ों ग्रामीणों ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. इसमें सूरनार, टेलम, टेटम, एटेपाल, डब्बा, कुन्ना, जियाकोड़ता, खालेटेटम, नयानार सहित 10 गांवों के सरपंचों के साथ लगभग 6-7 सौ ग्रामीण पहुंचे थे.

विरोध प्रदर्शन में जुटे ग्रामीणों की ओर से टेलम सरपंच भीमाराम मंडावी ने कहा कि गांव में नल, बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसे दर्जनों मूलभूत सुविधाओं की जरूरत पहले उन्हें सरकार पहुंचाये, फिर पुलिस कैम्प लगाये. पुलिस कैम्प खुलते ही ग्रामीणों की मुसीबतें बढ़ जाती है. पुलिस जबरन ग्रामीणों को नक्सली बताकर जेल में भर देती है. हमें हमारा गांव सुरक्षित चाहिए, हमें कैम्प नहीं चाहिये. बीते समय भी गांव के 4-5 लोगों को नक्सली बताकर पुलिस उठा ले गई थी.

डब्बा गांव के सरपंच अनिल कुमार मुचाकी ने कहा कि पुलिस कैम्प नक्सल प्रभावित इलाकों लगाकर ग्रामीणों को और दिक्कत में डाल रहे हैं, क्योंकि बीते वर्ष पोटाली और चिकपाल में कैम्प लगने के बाद से ग्रामीणों की हत्या और पिटाई भी हुई है. ग्रामीण दोनो तरफ से फंसते है. सरकार को सबसे पहले गांव में मूलभूत सुविधाएं तालाब, डबरी, नल, बिजली पर ध्यान देना चाहिए. इसी तरह से विरोध में जमा हुए ग्रामीणों में एटेपाल सरपंच उमेश कुमार कवासी और कई क्षेत्रीय नेता मौजूद थे.