सत्यपाल राजपूत, रायपुर. खाद्य सुरक्षा एव जन औषधि विभाग की जांच में विमल पान मसाला गुटखा सब स्टैंडर्ड का मिला है. विभाग ने खराब गुणवत्ता को लेकर पटेल बेकरी एवं मसाला के प्रोपाइटर को नोटिस जारी किया है. लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है. अधिकारियों ने बताया कि एक माह बाद मामले को कोर्ट में पेश किया जाएगा. बता दें कि खाद्य सुरक्षा विभाग ने पिछले दिनों पटेल बेकरी में छापमार कर सैंपल जब्त किया था. जांच में विमल पान मसाला बेहद खराब क्वालिटी का पाया गया, जो खाने लायक नहीं है.
उपसंचालक राजेश क्षत्रिय ने बताया कि विमल गुटखा का सैंपल को गोंदवारा क्षेत्र से फ़ूड सेफ़्टी अधिकारी सार्थक चंद्राकर ने लिया था, जिसको लैब की रिपोर्ट के मुताबिक़ सब स्टैंडर्ड घोषित किया गया है. फ़ूड सेफ़्टी अधिकारी और पार्टी को लेटर दे दिया गया है, वो अगर इस जांच से संतुष्ट नहीं हैं तो रिफलर लैब में चैलेंज कर सकते हैं. एक महीने बाद फ़ूड सेफ़्टी अधिकारी द्वारा न्यायालयीन कार्रवाई की जाएगी. एडीएम कोर्ट में पेश किया जाएगा और फ़ूड सेफ़्टी अधिनियम के अनुसार इस पर न्यायालय कार्रवाई करेगी.
फ़िलहाल जब्ती और सील की कार्रवाई नहीं की गई है. सैंपल फेल होने पर विवेचना होती है और पार्टी को एक माह का समय दिया जाता है, फिर पत्राचार कर कंपनी तक लिंक स्टाबेलिश की जाती है. पूरा प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया जाता है. प्रदेश स्तर पर बैन या सील करने का अधिकार उच्चाधिकारियों को होता है. उच्चाधिकारियों की इसकी रिपोर्ट भेज दी गई है.
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खाद्य एवं औषधि प्रशासन कंट्रोलर सत्यनारायण राठौर ने बताया कि फिलहाल नियमानुसार नोटिस की कार्रवाई की गई है. जहां सैंपल लिया गया उनको जांच रिपोर्ट को चैंलेज के लिए एक माह का समय दिया गया है. यदि चैलेंज करते हैं तो एक माह बाद आगे की कार्रवाई होगी. चैलेंज नहीं करने पर एक्ट के तहत अभियोजन की कार्रवाई होगी, जिसमें अर्थदंड, जेल कुछ भी हो सकता है.