भारत की सबसे चर्चित स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) आज पेरिस से भारत वापस पहुंच रही हैं. विनेश की फ्लाइट थोड़ी देर बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंड होने जा रही है. इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर विनेश फोगाट को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) पर हमला बोला है. उन्होंने IOA की अध्यक्ष पीटी उषा के विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने के संबंध में दिए बयान की आलोचना की है.

अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट करते हुए कहा है कि ”जिसके कंधों पर देश की ज़िम्मेदारी हो, कम-से-कम देश को उसकी ज़िम्मेदारी तो उठानी चाहिए. महान योद्धा विनेश फोगाट के बारे में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन का ये बयान निंदनीय है कि खिलाड़ी के वज़न और शरीर की ज़िम्मेदारी सिर्फ़ उसके अपने कोच और सपोर्ट टीम की होती है. क्या ऐसा कहकर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन कोच के साथ ही सपोर्ट टीम पर उँगली तो नहीं उठा रही है.”

उठाए ये सवाल

उन्होंने आगे कहा है, ”ये लोग भी तो एसोसिएशन से संबद्ध होते हैं. ऐसे में ये सवाल भी उठ सकता है कि सपोर्ट टीम का चयन किसने किया. जनता पूछ रही है अगर ज़िम्मेदारी सिर्फ़ उन्हीं लोगों की थी तो फिर चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर को भेजने की औपचारिकता क्यों की गयी. ऐसे बयान देश के खिलाड़ियों और उनके कोच व सपोर्ट टीम के मनोबल को तोड़नेवाले होते हैं और ख़ासतौर से उनके मनोबल को तो और भी ज़्यादा जिन्होंने सड़कों पर संघर्ष किया हो.”

आज के हुक्मरान बिना खेले जीते जाएंगे: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने IOA की अध्यक्ष के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि ”इस बयान से की गयी नाइंसाफ़ी, देश की बेटी विनेश फोगाट के साथ पहले हुई नाइंसाफ़ी से कम नहीं है. देश सब देख भी रहा है और समझ भी रहा है. सियासी साज़िश का अगर कोई ओलंपिक होगा तो आज के हुक्मरान बिना खेले जीते जाएँगे.”

अयोग्य घोषित हुईं थी विनेश फोगाट

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को फाइनल से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया था, क्योंकि उनका वजन 50 किग्रा वर्ग कैटेगरी से 100 ग्राम ज्यादा था. इसके बाद उन्हें फाइनल में हिस्सा लेने से रोक दिया गया था.

पीटी उषा ने क्या कहा था?

गौरतलब है कि विनेश फोगाट का वजन बढ़ने पर पीटी उषा ने हाल में कहा था, ‘कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में एथलीटों के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की’.