फिल्म अभिनेता और बीजेपी सांसद विनोद खन्ना नहीं रहे. विनोद खन्ना ने आज मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली.वे 70 बरस के थे और गुरुदासपुर से सांसद थे. उन्होंने करीब ॊ140 फिल्मों में काम किया.

कुछ दिन पहले उऩकी एक फोटो वायरल हुई थी जिसमें वो अस्पताल में बेहद कमज़ोर दिख रहे थे और अपनी बेटी और बेटों के साथ थे. अफवाह उड़ी कि उनकी मौत कैंसर से हो गई लेकिन बाद में ये बात अफवाह साबित हुई. उनके बेटे ने मीडिया को बयान दिया कि पानी की कमी की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वे स्वस्थ्य हैं.

लेकिन आज उन्होंने अंतिम सांस ली. बताया जाता है कि वे पिछले एक साल से कैंसर से पीड़ित थे और घरवालों ने विनोद खन्ना की इच्छा पर ये बात फैंस से छिपाकर रखी थी. बिनाेद खन्ना का जन्म पाकिस्तान के पेशावर में 6 अक्टूबर 1946 को हुआ था. विभाजन के बाद उनका परिवार हिंदुस्तान आ गया.   शुरु में उन्हें निवेगिट और छोटे मोटे रोल करते थे लेकिन बाद में उनका स्टारडम चकमा.’मन के मीत’ उनकी पहली फिल्म थी.

इसके बाद उनकी किस्मत चमक उठी और एक के बाद एक कई हिट फिल्में उन्होंने की. मेरे अपने, मेरा गांव मेरा देश, इम्तिहान, इंकार, अमर अकबर एंथोनी , लहू के दो रंग. कुर्बानी. दयावान और जुर्म उनकी बहुचर्चित फिल्में रहीं. 70 के दशक में अमिताभ के साथ उनकी जोड़ी काफी हिट रही. एक समय विनोद खन्ना अमिताभ बच्चन की नंबर वन की कुर्सी के बेहद करीब पहुंच गए तभी उन्होने अचानक बॉलीवुड छोड़कर ओशो की शरण में चले गए. वहां कुछ समय बीताने के बाद फिर वे फिल्मों में सक्रिय हुए. हाल ही में दबंग में सलमान के साथ उनकी जोड़ी खूब पसंद की गई.