रायपुर. विधायक देवेंद्र यादव के बाद अब कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. विनोद तिवारी ने कहा कि 9 मई को ईडी ने मेरी मोवा स्थित 325 स्क्वायर फीट की दुकान को अटैच किया है. जबकि मैंने इस दुकान को 2015 में खरीदा था और 2017 मैं मैंने इस दुकान को बैंक में बंधक रख 20 लाख का लोन भी लिया था. जो आज दिनांक तक बैंक में बंधक है. बिजली बिल न पट पाने की वजह से इस दुकान की बिजली भी जनवरी से काट दी गई है. ईडी की कार्रवाई दुर्भावना पूर्ण है.

उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम रमन सिंह की आय से अधिक संपत्ति के मामले में मैंने उच्च न्यायालय में याचिका दर्ज की थी, माननीय उच्च न्यायालय ने पूर्व सीएम रमन सिंह सहित ईडी और सीबीआई को भी नोटिस जारी कर जवाब मंगा था. पूर्व सीएम रमन सिंह के खिलाफ की गई शिकायत आज मेरे लिये गुनाह बन गई है. अगर ये गुनाह है तो मैं ये गुनाह आगे भी 100 बार करूंगा, बार बार करूँगा. अगर भाजपा के लोग सोचते हैं कि ऐसे हथकंडे अपना कर हमारे हौसले कमजोर कर लेंगे तो ये इनकी बहुत बड़ी भूल है. भाजपा सरकार से 15 साल हम लोग पहले भी लड़े थे आगे भी लड़ेंगे.

सरकार की लोकप्रियता से घबराई भाजपा

विनोद तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की लोकप्रियता और योजनाओं की सफलता से घबराई भाजपा के पास अब कोई विकल्प नहीं है. आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की बुरी तरह से हार तय है. इसलिए भाजपा ईडी को मोहरा बनाकर उपयोग कर रही है.