नई दिल्ली। अमेरिका में पिछले 6 दिन से 40 से अधिक शहरों में भीषण प्रदर्शन, हंगामा और हिंसा हो रही है. बेकाबू प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों, दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिया है. वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी कर सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. प्रदर्शनकारियों ने हंगामा करते हुए पूरी की पूरी शॉपिंग मॉल को ही लूट लिया. इतना सब होता देख कुछ देर के लिए व्हाइट हाउस को बंद करना पड़ गया. हालात अभी भी काबू नहीं किया जा सका है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस हिरासत में एक अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड (46 वर्ष) की मौत के बाद यह हिंसा शुरु हुई है. जिसके बाद उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शन की वजह से अमेरिका में गोरे की ओर से अश्वेत लोगों पर किए जा रहे अत्याचार का मुद्दा फिर से बहस के केंद्र में आ गया.
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई है. प्रदर्शनकारियों का यह हिंसा कई जगहों पर प्रदर्शन दंगे में बदल गया है. लोगों ने पुलिस की गाड़ियों, इमारतों में आग लगा दी और दुकानों से सामान लूट लिए. नैशविले में कोर्ट की ऐतिहासिक बिल्डिंग को आग के हवाले कर दिया गया. इस दौरान कम से कम 2 लोगों की मौत भी हो गई.
प्रदर्शन में शामिल शहरों में न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस, कैलिफोर्निया, ओहियो, कोलोराडो, विस्कोन्सिन, केन्टकी, उटाह, टेक्सास और वॉशिंगटन प्रमुख हैं. मिन्नेसोटा और जॉर्जिया राज्य में इमरजेंसी का ऐलान करना पड़ा. 40 से अधिक शहरों में दंगे की वजह से कर्फ्यू लगाना पड़ा. कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शन खत्म नहीं हुए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर मिनीपोलिस में प्रदर्शन कर रहे लोगों को ठग कहा था. पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति की मौत के मामले में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इस एक पाप की वजह से हमारे देश पर अक्सर दाग लगता है.