रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर राज्य की 11 लोकसभा सीटों में सबसे बड़ा शहर है। 1999 तक यह लोकसभा सीट मध्य प्रदेश में आती थी। साल 2000 में मध्य प्रदेश होकर छत्तीसगढ़ के अलग राज्य बनने के बाद से यहां तीन लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। 1952 से अब तक यहां कुल 16 चुनाव संपन्न हुए। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विद्या चरण शुक्ला रायपुर लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे हैं।
रायपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की नौ सीटें आती हैं। इनमें से एक अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। जिनमें बलौदा बाजार, भाटापार, धारसिवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर शहर दक्षिण, रायपुर शहर पश्चिम, रायपुर शहर उत्तर, अभनपुर और आरंग (एससी) शामिल है। रायपुर जिला ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टि से भी विशेष पहचान रखता है। यह जिला कभी दक्षिणी कौशल का हिस्सा था और मौर्य साम्राज्य के अधीन माना जाता था।
रायपुर लोकसभा सीट पर पिछले छह चुनावों से भारतीय जनता पार्टी का ही कब्जा रहा है। भाजपा के मौजूदा सांसद रमेश बैस यहां से 7 बार जीत चुके हैं।
बैस को केवल 1991 में हार का सामना करना पड़ा था और 1996 से 2014 तक लगातार छह बार जीत दर्ज की है। पिछले दो दशक से केन्द्र में सरकारें भले ही बदलती रही हों, लेकिन रमेश बैस इस लोकसभा सीट पर लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के बाद बदले राजनीतिक हालातों में रायपुर लोकसभा सीट पर जीत बरकरार रखना आसान नहीं होगा।
वर्तमान सांसद : रमेश बैस BJP
2014 चुनाव में जीत का अंतर : 1,71,646 वोट
प्रतिद्वद्वी और पार्टी : सत्यनारायण शर्मा (कांग्रेस)
2014 में भाजपा को मिले वोट : 6,54,922
2014 में कांग्रेस को मिले वोट : 4,83,276
महिला वोटर्स की संख्या : 979,133
पुरुष वोटर्स की संख्या : 925,097