रायपुर। केंद्रीय मंत्री ज्योरादित्य सिंधिया के रायपुर प्रवास के दौरान मचे बवाल का एक और पहलू सोमवार को सामने आया है, जिसमें रविवार को विधानसभा थाना में भाजपा के धरने में एक आरोपी भी नजर आ रहा है, जिसने चंद रोज फर्जी आईपीएस अफसर बताकर बिलासपुर पुलिस को छकाया था. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस फोटो पर कांग्रेस ने भाजपा से तीखा सवाल किया है.

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को रायपुर से लौटे 36 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन उनके आगमन के साथ शुरू हुआ काले झंडे का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ स्वयं से मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए रविवार को विधानसभा थाना में धरने पर बैठे पूर्व मंत्री राजेश मूणत के साथ चंद रोज पहले बिलासपुर पुलिस को आईपीएस बताकर छकाने वाला रविकांत तिवारी भी नजर आ रहा है.

रविकांत तिवारी वही शख्स है, जो चंद रोज पहले बिलासपुर में खुद को IPS अफसर बताते हुए छत्तीसगढ़ भवन में रुका था, उसके बाद व्यवस्था ठीक नहीं होने की बात कहते हुए तड़के तीन बजे पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर दिया, जहां से पुलिस ने उनके निजी होटल में रुकने की व्यवस्था कराई थी, लेकिन वहां जब बिल देने  की बाद आई तो हंगामा करने लगा, जिसके बाद सारे मामले का खुलासा हुआ, जिसके बाद तारबाहर पुलिस ने उसे हवालात की सैर कराई थी.

अब राजेश मूणत के धरने में इस रविकांत तिवारी की शामिल होने की फोटो वायरल होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि सतनामी और आदिवासी समाज को गंदी-गंदी गाली देने वाले राजेण मूणत के पक्ष में डॉ. रमन सिंह और अन्य बड़े नेता थाने में धरना देते जाते हैं, तो अपने साथ अपराधियों को लेकर जाते हैं. थाने में धरने में रविकांत तिवारी बैठा हुआ है, जिसकी फोटो सार्वजनिक हो रही है. जो फर्जी आईपीएस बनकर धोखाधड़ी करते हुए गिरफ्तार किया गया था. डॉ. रमन सिंह, राजेश मूणत और पूरी भारतीय जनता पार्टी को जवाब देना चाहिए कि क्या वे अपराधियों का खुला संरक्षण देते हैं.