कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। शिक्षक भर्ती परीक्षा वर्ग-3 के पेपर का वायरल स्क्रीनशॉट में बड़ा खुलासा हुआ है. वायरल स्क्रीनशॉट में PTET 2020 लिखा हुआ है. कोरोना काल के बीच 2020 में परीक्षा नहीं हुई थी. स्क्रीन शॉट के फर्जी क्रिएशन की संभवाना जताई जा रही है.

दरअसल, MP-TET परीक्षा में ग्वालियर के रहने वाले मदन मोहन दोहरे नाम के परीक्षार्थी ने फर्जीवाड़े का गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि 25 मार्च को वह भोपाल रायसेन रोड स्थित एक स्कूल में परीक्षा देने गया था, जब वहां से लौट रहा था तो उसे धौलपुर का रहने वाला एक कैंडिडेट मिला, जिसके मोबाइल पर परीक्षा का पूरा पेपर मौजूद था. पेपर 100% मैच भी कर रहा था. इस वजह से उसने अपने मोबाइल से पेपर के फोटो लिए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रह हैं.

मदन मोहन का कहना है कि वह उस दूसरे कैंडिडेट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखता है न ही उसका नाम जानता है, लेकिन उसे इतना मालूम है कि वह धौलपुर का रहने वाला है और वह वहां के किसी D.Ed कॉलेज में पढ़ाता भी है. ग्वालियर के सिकंदर कंपू के रहने वाले मदन मोहन मानते हैं कि जो फोटो उन्होंने लिए हैं वह आयोजित की गई परीक्षा के हैं, लेकिन वह फोटो पेपर शुरू होने से पहले के नहीं है. क्योंकि वह किसी सेंटर के अंदर पेपर शुरू होने के बाद लिए गए हैं.

हालांकि सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि अभी तक पेपर वायरल होने के स्क्रीनशॉट सियासत में बड़ा मुद्दा बन गए हैं उन स्क्रीनशॉट को अपने मोबाइल से क्लिक करने वाले मदन मोहन का दावा भी अब झूठा नजर आ रहा है. क्योंकि उनका कहना है कि यह पेपर 25 मार्च 2022 का है, जबकि उसके द्वारा लिए गए फोटो और वायरल स्क्रीनशॉट में साफ नजर आ रहा है कि उस पर PTET 2020 लिखा हुआ है.

वहीं इसका खुलासा होने के बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर सवाल खड़े करते हुए निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसी भी वायरल फेक जानकारी को दिग्विजय सिंह रिट्वीट कर देते हैं. मीडिया की सुर्खियों में आने के लिए वो किसी भी विषय की पुष्टि किए बिना प्रोपोगंडा बना देते हैं. बता दें कि दिग्विजय सिंह वायरल स्क्रीनशॉट को लेकर ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला था.

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