बलरामपुर. जिले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. यहां पर बच्चों को दी जाने वाली पुस्तकें बंडल पैक कबाड़ी के दुकान में बिकने के लिए पहुंच गई थी. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो अक्टूबर महीने का बताया जा रहा है. इस मामले में अब अधिकारी जांच का हवाला देते नजर आ रहे है.

रामानुजगंज शिक्षा विभाग किताबों को कौड़ियों के भाव बेचने की तैयारी में था. स्कूलो में गरीब बच्चों को दी जाने वाली पुस्तकों के नए बंडल का सौदा जब एक कबाड़ी के यहां कर रहा था, तो उसी दौरान किसी ने इसका पूरा वीडियो बना लिया. जिसकी जानकारी लगने के बाद विभाग आनन-फानन में पुस्तकों को कबाड़ से वापस मंगवा लिया और मामले में चुप्पी साध कर बैठ गया था. लेकिन अब वही वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. जिसकी पड़ताल से पता चला कि अक्टूबर महीने में शिक्षा विभाग के किसी कर्मचारी ने पुस्तकों के भंडारगृह से बंडल पैक किताबें रामनुगंज में एक कबाड़ी को बेच दी थी.

मामले को दबाने की फिराक में था विभाग

मामले का वीडियो बनाये जाने के बाद विभाग द्वारा उन पुस्तकों को कबाड़ी के वापस उठवा भी लिया गया था. लेकिन विभाग ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय मामले को रफा दफा करने की कोशिश की. बता दें कि सरकार द्वारा स्कूली बच्चों को पढ़ाई के लिए पुस्तकों का अतिरिक्त खर्चा कम करने के उद्देश्य से निःशुल्क में पुस्तकों का वितरण किया जाता है, जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होती है. लेकिन अब वही विभाग उन पुस्तकों का सौदा कबाड़ में करने चला था.

अधिकारियों के गोल-मोल जवाब

मामले में जब शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सवाल जवाब किया गया तो वहां से गोल-मोल जवाब आने लगा. पूरे मामले में रामानुजगंज एसडीएम गौतम सिंह ने कहा कि मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. वही विकास खंड शिक्षा अधिकारी सदानंद कुशवाहा ने भी कहा कि जांच कराकर दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

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