रायपुर। बीजापुर प्रेस क्लब की ओर से एक ऑडियो जारी किया है. जिसमें नक्सलवाद कवर करने जा रहे पत्रकार को सीधे गोली मारने का आदेश दिया जा रहा है. ये 30 सेकेंड का ऑडियो क्लिप में एक आदमी की आवाज़ है जो अपने अधीनस्थ को कह रहा है कि एलर्ट रहना और अगर कोई पत्रकार जंगल में माओवादियों की रिपोर्टिंग करने जाए तो उसे खत्म कर देना.
इस मामले को लेकर पुलिस विभाग एलर्ट हो गया है. स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आईजी बस्तर विवेकानंद सिन्हा को इस क्लिप की जांच करने को कहा है. अगर किसी अधिकारी ने ऐसा किया होगा जो उसे इसकी सज़ा दी जाएगी. उन्होंने इस क्लिप के पुराने होने की आशंका से भी इंकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा ही 2005 में ऐसा ही ऑडियो क्लिप सामने आया था. जब कुछ पत्रकार जंगल में रिपोर्टिंग करने गए थे. पुलिस जांच कर रही है कि ये कोई नया क्लिप है या वही पुराना क्लिप.
इस मामले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग से जब लल्लूराम डॉट कॉम ने बात की तो उन्होंने बताया कि ये वही पुराना ऑ़डियो है जो 2005 में सामने आया था. जिसके बारे में बताया गया था कि ये वायरलैस मैसेज है जिसे नक्सलियों ने इंटरसेप्ट किया था. गौरतलब है कि तब तात्कालीन एसपी डीएल मनहर पर आरोप लगा था कि ये आवाज़ उनकी है. लेकिन उस वक्त डीएल मनहर ने इस आरोप को यह कहकर खारिज़ कर दिया था कि ये नक्सलियों की साज़िश है.
इस ऑडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा हो गया है. चूंकि हाल के दिनों में कई पत्रकारों को नक्सल ऑपरेशन की रिपोर्टिंग करते हुए गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है इसलिए इस ऑडियो पर लोगों को यकीन आ गया.हालांकि, बस्तर के पत्रकार कह रहे हैं कि इस माले में गुरुवार को वे मुख्यमंत्री रमन सिंह को ज्ञापन देंगे.