रायपुर। भारतीय जनता पार्टी केप्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में बढ़ती शराबखोरी और आपराधिक वारदातों के साथ-साथ गांजा-अफ़ीम, हेरोइन और ब्राउन शुगर की तेजी से खपत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नारकोटिक्स ज़िहाद का दौर चल रहा है. साय ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वाले केरल प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी को नारकोटिक्स ज़िहाद बताते हुए चिंता जताई है, लेकिन प्रदेश सरकार इस गंभीर मसले पर ख़ामोश बैठी है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि शराब व मादक पदार्थों की तस्करी और गोरखधंधे में कई हिस्ट्रीशीटर्स की खुली संलिप्तता छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध और नशे के क़ारोबार में चोली-दामन के रिश्ते को रेखांकित करने के लिए पर्याप्त है. प्रदेश सरकार इसे अनदेखा कर रही है. प्रदेश की राजधानी से लेकर छत्तीसगढ़ के अमूमन सभी बड़े-छोटे शहरों में नशे के इन क़ारोबारियों का नेटवर्क फैला हुआ है.

उन्होंने कहा कि तमाम क़ारोबारी सत्ता-संरक्षण में बेख़ौफ़ छत्तीसगढ़ की किशोर व युवा पीढ़ी को नशाखोरी की अंतरराष्ट्रीय साजिशों का शिकार बना रहे हैं. साय ने सवाल किया कि आख़िर प्रदेश सरकार इस नारकोटिक्स ज़िहाद पर कोई कड़ी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? शराब समेत तमाम मादक पदार्थ अब छत्तीसगढ़ में आसानी से सुलभ होना और प्रदेश की राजधानी में इनकी सबसे अधिक खपत बेहद चिंताजनक है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने इन मादक पदार्थों की तस्करी और खपत रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों को नाकाफ़ी बताते हुए कहा कि प्रदेश की सीमाओं पर चेकपोस्ट बनाकर और कैमरों से निगरानी कर अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है, जबकि इस काम के लिए प्रदेश सरकार को विभागीय अधिकारियों की ज़िम्मेदारी तय करनी चाहिए. उसके बावज़ूद नशीले पदार्थों की तस्करी और खपत के मामले सामने आए तो दोषी क़ारोबारियों के साथ-साथ ज़िम्मेदार अधिकारियों की भूमिका को जांच के दायरे में लाकर उन पर भी कार्रवाई करने का साहस दिखाना होगा.+

साय ने कहा कि राजधानी के अधिकतर बड़े रेस्टोरेंट्स, होटल व हुक्का बार समेत प्रदेशभर में हाई-वे पर स्थित ढाबे व होटल इन मादक पदार्थों की बिक्री के बड़े केंद्र बने हुए हैं, जहाँ क़ानूनों को धता बताकर शराब व तमाम नशीले पदार्थ धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि प्रदेश सरकार को नशे के इस गोरखधंधे के डीलर्स-नेटवर्क की कमर तोड़ने का काम करना चाहिए. रात-रात भर खुले रहने वाले बड़े रेय्टोरेंट्स, होटल-ढाबों व हुक्का बार पर छापामार कार्रवाई करके इस गोरखधंधे को रोका जाना चाहिए. जहां रातभर नशीले पदार्थों की खुलेआम बिक्री हो रही है.

साय ने पिछले लॉकडाउन में राजधानी के एक होटल में हुई गोलीबारी और अभी हाल ही तड़के सुबह लगभग तीन बजे विधानसभा उपाध्यक्ष के बेटे के साथ हुई मारपीट की वारदात का ज़िक्र करते हुए कहा कि नारकोटिक्स ज़िहाद करने वालों की नज़र छत्तीसगढ़ की किशोर वय बच्चों (टीनएजर्स) और नवयुवकों पर है, जिनके माध्यम से बहुत आसानी से नशे के क़ारोबारी अपना गोरखधंधा चला और फैला रहे हैं.

read more-  Mullah Baradar Taliban Co-Founder in Kabul for Government Talks