रायपुर। बीजेपी के अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कथित फोन टैप प्रकरण पर कांग्रेस की प्रतिक्रया को सोची-समझी साज़िश बताया है. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को लेकर कांग्रेस जितनी जल्दबाजी में है, इससे यह प्रतीत होता है कि वह राष्ट्रविरोधी तत्वों, अराजकतावादियों और अर्बन नक्सल्स के हाथ में खेल रही है. साय ने कहा कि जिस कांग्रेस के खुद का हाथ ऐसे टैपिंग में रंगे हुए हैं. जिसने अन्यों को तो छोड़िये, तब के वित्त मंत्री और बाद में भारत के राष्ट्रपति बने भारत रत्न प्रणव मुखर्जी जैसे अपनों को नहीं छोड़ा, जिस कांग्रेस ने तब के अन्य मंत्री चिदंबरम के द्वारा अपने ही मंत्री की जासूसी कराई, ऐसा संगीन आरोप है. वह बिना सर-पैर के एक दो कौड़ी के कम्युनिस्ट संस्थान की रिपोर्ट को आधार बना कर देश में अराजकता पैदा करना चाहती है. इसकी जितनी निंदा की जाय वह कम है. उन्होंने भारत के सशक्त लोकतंत्र को कठघरे में खड़ा करने की इस कांग्रेसी साज़िश की घोर भर्त्सना की है.
विष्णुदेव साय ने कहा कि फोन टैपिंग का कांग्रेस का लंबा दागदार इतिहास रहा है. उसके ‘हाथ’ ऐसे अनेक पापों से रंगे हुए हैं. यूपीए के दौर में ऐसे एक-दो नहीं, बीसियों मामले आए जब सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर फोन टैप किए गए. आलम यह था कि हर महीने 9000 से अधिक फोन कांग्रेस के दौर में टैप किए गए. तब के तमाम सहयोगी मसलन समाजवादी पार्टी के तत्कालीन महासचिव अमर सिंह, विपक्ष के सीताराम येचुरी, जयललिता, सीबी नायडू आदि ने भी लगातार जासूसी के आरोप पर कांग्रेस पर लगाए थे. तब के पीएम मनमोहन सिंह ने सारा ठीकरा एक प्राइवेट एजेंसी पर फोड़ दिया था. यानी उन्होंने इस जासूसी की बात स्वीकार की थी. इसी तरह 2010 में भी पीएम मनमोहन सिंह ने माना कि टॉप कार्पोरेट शख्सियतों के फोन टैप किए गए हैं.
साय ने कहा कि सच तो यह है कि शैल मीडिया कम्पनियों के जैसे-जैसे खुलासे सामने आ रहे हैं, वैसे में कांग्रेस की बौखलाहट चरम पर है. वे छद्म समाचार कम्पनियों के प्रायोजित समाचारों पर हल्ला मचा कर अपने और समर्थकों के खिलाफ के मामलों पर पर्दा डालना चाहती है. उन्होंने कहा कि लाख सर पटक ले कांग्रेस, लेकिन वह अपने ऐसे राष्ट्रविरोधी मंसूबों में सफल नहीं हो सकती है. साय ने कहा कि जिस कम्पनी ‘एनएसओ’ का सॉफ्टवेयर ‘पेगासस’ होना बताया जा रहा है, उसने भी साफ़ कर दिया है कि वह एशिया में अपना कारोबार सामान्यतः करती ही नहीं है. उस कम्पनी ने सीधे तौर पर निराधार खबर छापने के लिए संबंधित समाचार कम्पनी के मालिक को पत्र लिखा है, उसने ‘वायर’ के खिलाफ मानहानि की बात भी की है.
NSO ग्रुप ने साफ कहा है कि ये लेख एकदम झूठे हैं और कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले हैं. साय ने कहा कि जिस संस्थान ‘वायर’ ने यह कपोल-कल्पित खबर छापी है, उसके वरदराजन का भी कहना है कि इसमें राहुल गांधी का नाम नहीं है. फिर भी अपनी डूबती नैया को किनारे लगाने, बुरी तरह अप्रासंगिक हो गए राहुल जैसे नेताओं को चर्चा में लाने ऐसा शिगूफा कांग्रेसी छोड़ रहे हैं, यह हास्यास्पद और बचकाना है.
प्रदेश के कांग्रेस द्वारा बेजा आरोप लगाए जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि प्रदेश में जिस पार्टी की सरकार के मुखिया पर ही कथित फोन टैपिंग जासूसी कर नकली अश्लील सीडी बनाने के घृणित आरोप हों, जिस आरोप में वे सीबीआई से चार्जशीटेड और ज़मानत पर बाहर हों, ऐसे दल की विश्वसनीयता क्या है ? किस मूंह से वे बड़ी-बड़ी बातें कर पा रहे हैं, वह आश्चर्यजनक है. साय ने प्रदेश सरकार से इधर-उधर की बात करने का ठेका राहुल गांधी को सौंप कर प्रदेश में कुछ काम कर लेने का आग्रह कांग्रेस से किया है. अन्यथा केंद्र की तरह प्रदेश में भी कांग्रेस विपक्ष के लायक भी नहीं रह पायेगी, ऐसी चेतावनी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दी है.
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