Vishvaraj Singh Mewar: पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ आज (27 नवंबर) कैलाशपुरी स्थित एकलिंगनाथजी मंदिर के दर्शन करने जाएंगे। उन्होंने कल (26 नवंबर) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की घोषणा की थी। हालात शांत नजर आने के बावजूद आज विवाद फिर से भड़कने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि एकलिंगनाथजी मंदिर महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल ट्रस्ट के अधीन आता है।

सिटी पैलेस में हंगामा और पथराव

सोमवार (25 नवंबर) को विश्वराज सिंह मेवाड़ अपने समर्थकों के साथ सिटी पैलेस में धूणी दर्शन करने पहुंचे थे, लेकिन उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने उन्हें रोक दिया। इस कारण करीब 8 घंटे तक विवाद और पथराव की स्थिति बनी रही, जिसमें कई लोग घायल हुए। विवाद को देखते हुए विश्वराज सिंह ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से आज एकलिंगनाथजी के दर्शन करेंगे।

धारा 163 लागू

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने मंगलवार रात शहर के घंटाघर और सूरजपोल थाना क्षेत्र में धारा 163 (पूर्व में धारा 144) लागू कर दी है। इसके तहत 5 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है।

मंदिर में अनधिकृत प्रवेश पर रोक

एकलिंगनाथजी मंदिर, जो ट्रस्ट के अधीन है, में अनधिकृत प्रवेश पर रविवार (24 नवंबर) को रोक लगा दी गई थी। मंदिर और सिटी पैलेस के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इलाके में कर्फ्यू जैसे हालात हैं, और पैलेस के चारों ओर आने-जाने के रास्तों को बंद कर दिया गया है। स्थानीय दुकानों को भी पिछले दो दिनों से बंद रखा गया है।

समर्थन में समाज के लोग

मेवाड़ क्षत्रिय महासभा और अन्य संगठनों ने विश्वराज सिंह को समर्थन दिया है। महासभा ने कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर एकलिंगनाथजी और धूणी दर्शन की अनुमति मांगी। साथ ही चेतावनी दी कि अनुमति न मिलने पर सामाजिक आक्रोश बढ़ सकता है। बुधवार को दर्शन के दौरान बड़ी संख्या में समाज के युवा विश्वराज सिंह के साथ रहेंगे।

सोशल मीडिया पर “चलो समोर बाग” का संदेश

विवाद के बीच सोशल मीडिया पर “चलो समोर बाग” का संदेश वायरल हो रहा है। इसमें स्वाभिमान, परंपरा, और संगठन की रक्षा के लिए सभी से एकजुटता की अपील की गई है। लोगों को आज सुबह 9 बजे समोर बाग पैलेस पहुंचने का आह्वान किया गया है।

प्रशासनिक आदेश

  • जगदीश चौक से 500 मीटर के क्षेत्र और रंगनिवास पर्यटन पुलिस थाना क्षेत्र में 5 या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध।
  • किसी भी प्रकार के विस्फोटक, घातक सामग्री, हथियार या सांप्रदायिकता भड़काने वाले नारों, पोस्टरों और भाषणों पर रोक।
  • इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से धार्मिक उन्माद या दुष्प्रचार फैलाने पर प्रतिबंध।
  • स्थिति पर प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए है, और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

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