चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हाल में किए गए जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे के दौरान निवेशकों द्वारा दिया गया प्रोत्साहन राज्य की औद्योगिक प्रगति में नया मील-पत्थर सिद्ध होगा। इससे पंजाब को सबसे आकर्षक निवेश स्थान के रूप में स्थापित करने की प्रक्रिया और तेज होगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि जापान बैंक फॉर इंटरनैशनल को ऑप्रेशन (जेबीआईसी) के वरिष्ठ प्रबंध निदेशक ओगावा काजुनोरी ने पंजाब के औद्योगिक और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े परियोजनाओं में गहरी रुचि दिखाई। दोनों पक्ष जापानी कंपनियों के माध्यम से संभावित वित्तीय अवसरों पर आगे बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए। जेबीआईसी ने ‘पंजाब निवेश सम्मेलन’ में भाग लेने की इच्छा भी व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि एनईसी, फुजित्सु, सुमितोमो, किरीयू कॉर्पोरेशन जैसी अनेक प्रमुख कंपनियों ने पंजाब में निवेश, तकनीकी सहयोग और औद्योगिक विस्तार के लिए आगे बढ़ने का संकेत दिया है। टोक्यो और ओसाका में आयोजित रोड शो में भारी संख्या में उद्यमियों ने भाग लिया, जिससे पंजाब के प्रति विश्वास और बढ़ा।
उन्होंने बताया कि टॉपन होल्डिंग्स के साथ 300-400 करोड़ रुपए के निवेश तथा ‘कौशल उत्कृष्टता केंद्र’ स्थापित करने के लिए समझौता किया गया।

इसके अलावा आइची स्टील और वर्धमान स्पैशल स्टील्स ने पंजाब में 500 करोड़ रुपए के संभावित निवेश का संयुक्त मूल्यांकन करने के लिए समझौता किया।
उन्होंने बताया कि यानमार होल्डिंग्स, एयर वॉटर इन्क, ओसाका वाणिज्य एवं उद्योग मंडल सहित अनेक कंपनियों ने स्वच्छ ऊर्जा, कृषि तकनीक, औद्योगिक क्लस्टर और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में पंजाब के साथ कार्य करने में रुचि दिखाई।


मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया यात्रा का विवरण देते हुए कहा कि वहां कोरियाई उद्योग समूहों, तकनीकी कंपनियों और विधिक सलाहकार संस्थाओं के साथ कई महत्वपूर्ण बैठकें हुई। ढेवू ई एंड सी, जीएसईएनसी तथा नोंगशिम जैसी कंपनियों ने पंजाब में निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण तथा विनिर्माण इकाइयों से जुड़े अवसरों में विशेष रुचि दिखाई। इस अवसर पर मुख्य सचिव केएपी सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. रवी भगत सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।