राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्य प्रदेश में विश्वविद्यालय में हनुमान चालीसा पढ़ने पर छात्रों पर जुर्माना लगाया गया. मामला तूल पकड़ने के बाद राज्य सरकार सक्रिय हुई और जांच के आदेश दिए. अब वीआईटी यूनिवर्सिटी ने प्रेस नोट जारी कर यूनिवर्सिटी ने हनुमान चालीसा के पाठ पढ़ने से शोर शराबा होना बताया है. छात्रावास की शांति काल के दौरान शोर मचाया गया. इससे परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र परेशान हुए थे. अस्वीकृत सामूहिक सभा आयोजित कर शोर-शराबा मचाया गया. छात्रों को यह सलाह दी गई कि भविष्य में ऐसी किसी तरह की गतिविधि को ना दोहराएं.
वीआईटी यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी प्रेस नोट में लिखा गया है कि वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय प्रशासन को बताया गया कि छात्रावास के एक कमरे में इकट्ठा हुए छात्रों के एक समूह ने छात्रावास के शांति काल के दौरान भारी शोर मचाया और परिसर में हो रही परीक्षाओं की तैयारी कर रहे पास के कमरों में रहने वाले छात्रों को परेशान किया.
छात्रावास की अनुशासनात्मक समिति ने पूछताछ की और पाया कि अस्वीकृत सामूहिक सभा आयोजित कर शोर-शराबा किया गया. जिससे छात्रावास में अन्य छात्रों को शांति काल के दौरान परेशानी हुई. इसके मद्देनजर छात्रों को सलाह दी गई कि वे विश्वविद्यालय के अनुशासन का पालन करें और शांत वातावरण बनाए रखने में सहयोग करें और साथ ही भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि को न दोहराएं.
वीआईटी भोपाल परिसर में रहने वाले सभी छात्रों के कल्याण के प्रति विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है और विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए बेहतर शिक्षा, प्लेसमेंट और उज्ज्वल भविष्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण विकसित किया गया है. बता दें कि सुबह विश्वविद्यालय ने हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने वाले छात्रों को 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था. जिस पर खूब सियासत भी हुई है.
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