Vodafone Idea FPO 2024: आर्थिक संकट से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (VI) का FPO कल यानी गुरुवार (18 अप्रैल) से खुल रहा है. कंपनी इसके जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.

निवेशक 22 अप्रैल तक इसमें निवेश कर सकेंगे. अमेरिकी निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स और एसबीआई म्यूचुअल फंड सामूहिक रूप से इस एफपीओ में 800 मिलियन डॉलर (लगभग 6,500 करोड़ रुपये) तक का निवेश कर सकते हैं.

VI ने एंकर निवेशकों से 5400 करोड़ रुपये जुटाए

एफपीओ खुलने से पहले VI ने 74 एंकर निवेशकों से 5,400 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने बीएसई फाइलिंग में यह जानकारी दी है. VI ने इसके लिए 11 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 491 करोड़ शेयर आवंटित किए.

निवेशकों में सबसे ज्यादा 26% शेयर GQG पार्टनर्स को मिले हैं, GQG ने इसके लिए 1,345 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसके अलावा फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स ने ₹772 करोड़, ट्रू-कैपिटल और ऑस्ट्रेलियन सुपर ने ₹331 करोड़ और ₹130 करोड़ का निवेश किया है.

निवेशकों में द मास्टर ट्रस्ट बैंक ऑफ जापान, यूबीएस, मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, ऑस्ट्रेलियन सुपर, फिडेलिटी, क्वांट और मोतीलाल ओसवाल शामिल हैं.

यह अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है

यह अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है. फिलहाल भारतीय बाजार में सबसे बड़ा एफपीओ यस बैंक का है, जिसकी वैल्यू 15 हजार करोड़ रुपये थी. जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज पिछले साल जनवरी में 20 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ लेकर आई थी.

हालांकि, बाद में कंपनी ने इसे वापस ले लिया. अगर उसने ऐसा नहीं किया होता तो अडानी एंटरप्राइजेज एफपीओ लाने वाली सबसे बड़ी कंपनी होती.

Vodafone Idea 5G रोलआउट करने की योजना बना रहा है. एफपीओ की घोषणा के समय, वोडाफोन आइडिया ने एक नियामक फाइलिंग में कहा था कि कंपनी इस फंड का उपयोग 5जी को रोलआउट करने, 4जी सेवा में सुधार करने, करों और बकाया का भुगतान करने के लिए करेगी.

इसके साथ ही, यह धन उगाही कंपनी को अपनी प्रतिस्पर्धी स्थिति में सुधार करने और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने में भी सक्षम बनाएगी.

एफपीओ क्या है?

फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा स्टॉक एक्सचेंज में पहले से सूचीबद्ध कंपनी निवेशकों या मौजूदा शेयरधारकों, आमतौर पर प्रमोटरों को नए शेयर जारी करती है. आसान भाषा में समझें तो शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियां सेकेंडरी मार्केट में नए शेयर जारी कर फंड जुटाती हैं.