दिल्ली. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही देर में मतदान शुरू होगा। मतदान सुबह 8 बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। शांतिपूर्ण मतदान के लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी की है और बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। मतदान के लिए कुल 51687 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। राजस्थान में कुल 4,7554217 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता 2,4836699 और महिला मतदाता 2,2717518 हैं। पहली बार राज्य में करीब 20 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। शाम पांच बजे तक मतदाता अपना फैसला ईवीएम में दर्ज कर देंगे। 11 दिसंबर को पता चलेगा कि जनता ने किसके पक्ष में फैसला दिया है। मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है।
चुनाव बंदोबस्त में कुल लगभग 1.44 लाख से अधिक सिपाही, हेडकांस्टेबल और एएसआई और लगभग 1500 पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा पैरामिलिट्री की 640 कंपनियां और पड़ोसी राज्यों से 13,000 होमगार्ड वॉलंटियर को लगाया गया है।
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं। मतदान 199 सीटों पर होगा। अलवर की रामगढ़ सीट से बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण चौधरी के निधन के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया है। कुल 2274 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें 182 महिला प्रत्याशी और 2092 पुरुष प्रत्याशी हैं।
कांग्रेस ने 195 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। लोकसभा में गठबंधन को ध्यान में रखते हुए दो-दो सीटें लोजद और रालोद के लिए और एक सीट एनसीपी के लिए छोड़ी है। भाजपा ने 199 उम्मीदवार, बसपा ने 190 उम्मीदवार, आप ने 141 उम्मीदवार, भारत वाहिनी पार्टी ने 63 उम्मीदवार, रालोप ने 57 उम्मीदवार उतारे हैं। मैदान में 839 निर्दलीय भी खड़े हैं।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के धुआंधार चुनाव प्रचार के बाद कुल 119 सीटों पर आज वोट डाले जाएंगे। राज्य में सत्तारूढ़ टीआरएस, कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन और भाजपा में त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। तेलंगाना में पहली बार मतदाता सत्यापन पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का उपयोग किया जा रहा है। मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और शाम पांच बजे संपन्न होगा, जबकि वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के रूप में चिन्हित की गई 13 सीटों पर मतदान शाम चार बजे तक ही होगा। राज्य में कुल 2. 80 करोड़ मतदाता विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस चुनाव के लिए कुल 32,815 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।