भोपाल। मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान शुरु हो गया है। सुबह से ही मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की लाइन देखी जा रही है। इतनी बड़ी तादाद में राज्य में हो रहे उपचुनाव पर देश भर की निगाह लगी हुई है।

इन उपचुनाव में जहां सत्ता का मौर-मुकुट किसके सर पर होगा, सत्ता रुढ़ दल भाजपा के या फिर कांग्रेस के, इसका फैसला होगा। इसके साथ ही कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में गए पूर्व विधायकों के भाग्य का फैसला भी जनता आज करेगी। विधानसभा चुनाव में ये नेता कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर आए थे और अब उपचुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

प्रदेश में वर्तमान में 29 सीटें खाली है जिसमें 28 सीटों पर ही उपचुनाव हो रहे हैं। वहीं एक सीट दमोह विधानसभा की भी खाली है, जिस पर अभी उप चुनाव नहीं हो रहा है। यह सीट भी कांग्रेस के पास थी। यहां से राहुल सिंह लोधी ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीता था। बाद में राहुल सिंह ने विधानसभा की सदस्यता के साथ ही कांग्रेस से भी इस्तीफा दे दिया था। उप चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद उनके इस्तीफा देने से इस सीट पर अभी उप चुनाव नहीं हो रहे हैं।

आपको बता दें मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। जिसमें भाजपा के 107 और कांग्रेस के 87 विधायक हैं। इसके साथ ही यहां वर्तमान में निर्दलियों की संख्या 4, बसपा से 2 और सपा से 1 विधायक है। भाजपा को यहां अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए 8 सीटें जीतनी होगी वहीं कांग्रेस को वापस अपनी सरकार बनाने के लिए सभी की सभी 28 सीटें जीतनी होगी।