राजनांदगांव. दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खैरागढ़ में उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुका है. ऐसे में प्रत्याशियों का भविष्य EVM में कैद हो चुका है. वहीं मतदान के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी ने विकास के दम पर चुनाव जीतने का दावा किया. वहीं भाजपा और जेसीसीजे के प्रत्य़ाशी ने भी जीत का दावा किया है. ऐसे में अब भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों को चुनाव के नतीजे का बेसब्री से इंतजार है.
बता दें कि, खैरागढ़ में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदाताओं ने मतदान किया. उपचुनाव के लिए वोटिंग के दौरान मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला है. उपचुनाव में रिकॉर्ड 78 फीसदी मतदान हुआ है. ऐसे में 16 अप्रैल को यह तय हो जाएगा की खैरागढ़ का रण कौन फतेह कर रहा है. वहींं मतदान खत्म होने के बाद कांग्रेस का मानना है कि इस बार ज्यादा मतदान से कांग्रेस को फायदा हुआ है.
2018 में खैरागढ़ में किसको कितने वोट
2018 खैरागढ़ विधानसभा सीट में जेसीसी ने जीत हासिल की थी. यहां जेसीसी के प्रत्याशी देवव्रत सिंह को 61,516, भाजपा के कोमल जंघेल को 60646 और कांग्रेस के गिरवर जंघेल को 31811 वोट मिले थे. वहीं इस सीट में जीत का मार्जिन केवल 870 वोट का था.
3 उपचुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी
दंतेवाड़ा, बीजापुर और मरवाही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन कर तीनों सीटों में जीत हासिल की थी, अगर कांग्रेस खैरागढ़ भी फतेह करती है तो कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 71 हो जाएगी. वहीं अगर सीट में बीजेपी बाजी मारती है तो भाजपा के विधायको की संख्या बढ़कर 15 हो जाएगी. वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस के 70 विधायक हैं. वहीं भाजपा के सिर्फ 14 विधायक हैं. राज्य में बसपा को 2 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसी) को 3 सीटें मिली हैं.
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