रायपुर. सिटी कोतवाली के सामने जिस पेड़ को लेकर शहर में प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त माहौल बना. उस पेड़ की आखिरी निशानी पीपल की बची जड़ को भी प्रशासन ने चोरी-चुपके हटवा दिया. शहर के स्थानीय लोगों ने इस पेड़ की जड़ को जमाने की कवायद की थी. लेकिन इससे उन लोगों की मंशा पूरी नहीं हो पाती जिन लोगों ने चौड़ीकरण के नाम पर पेड़ को हटवाया है.

प्रशासन के इस कृत्य से एक बार फिर लोगों का गुस्सा सोशल मीडिया पर भड़क पड़ा है. लोगों ने प्रशासन के इस कदम की भृर्त्सना की है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले 400 साल पुराने पेड़ को प्रशासन ने सड़क चौड़ीकरण के नाम पर काट दिया था. इससे लोगों में भंयकर नाराज़गी थी. दरअसल, लोगों के भ़ड़कने की वजह ये थी कि पेड़ की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता थी.

लोगों ने रात को मोमबत्ती जलाकर पेड़ को श्रद्धांजलि दी और इसकी जड़ को मिट्टी से पाटकर इसे दोबारा जीवित करने का संकल्प लिया लेकिन लोग अपनी कोशिशों में कामयाब होते, इससे पहले प्रशासन को इसकी भनक लग गई और रातों रात पेड़ की पटी हुई मिट्टी को हटवाया और जड़ को वहां से हटवा दिया.

शहर के सिविल सोसाइटी के लोगों ने इस मुद्दे पर आगे लड़ाई का मन बना लिया है जल्द ही इसे लेकर एक बैठक की जाएगी. जिसमें शहर के तालाबों और पेड़ों को बचाने की मुहिम की रणनीति बनाई जाएगी.