वेकफिट इनोवेशन लिमिटेड का ₹1,288.89 करोड़ का Initial Public Offer यानी Wakefit IPO आज से पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. कंपनी इस ऑफर के जरिए कुल 6.6 करोड़ से ज्यादा शेयर बेचने वाली है. यह Issue 10 दिसंबर तक ओपन रहेगा और Listing 15 दिसंबर को होगी.

होम फर्नीचर बनाने वाली कंपनी, ब्रांड पहले से काफी Popular

Wakefit होम फर्नीचर और Mattresses बनाने वाली उन कंपनियों में है जिसकी ऑनलाइन प्रेज़ेंस पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है. Mattress, sofa, wardrobe, home decor – लगभग हर category में कंपनी का प्रोडक्ट उपलब्ध है. ऐसे में Retail investors के बीच इस IPO को लेकर curiosity काफी दिख रही है.

प्राइस बैंड ₹185 से ₹195, आज से लेकर 10 दिसंबर तक मौका

कंपनी ने IPO का Price Band ₹185-₹195 per equity share रखा है. यानी Minimum bidding यहीं तय होगी. अगर आप एक Retail Investor हैं तो आप 10 दिसंबर तक इस Issue में पैसा लगा सकते हैं.

11 दिसंबर को अलॉटमेंट और 15 दिसंबर को Listing

Wakefit के शेयरों का Allotment 11 दिसंबर को किया जाएगा और Listing दोनो एक्सचेंज यानी BSE और NSE पर 15 दिसंबर को होगी. यानी निवेशकों को ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा.

Fresh Issue + OFS का Mix मॉडल

यह IPO Fresh Issue और Offer for Sale (OFS) का कॉम्बिनेशन है. Fresh Issue में कंपनी लगभग ₹377 करोड़ के नए शेयर बेचेगी. इसके अलावा Promoters और existing shareholders OFS के जरिए लगभग ₹911.71 करोड़ की हिस्सेदारी बेच रहे हैं.

Minimum एक लॉट—76 शेयर, कुल खर्च ₹14,820

अगर आप minimum investment करना चाह रहे हैं तो आपको एक lot यानी 76 shares के लिए apply करना होगा. IPO का upper price band ₹195 मानें तो एक lot के लिए ₹14,820 की जरूरत पड़ेगी. Retail category में यही minimum entry है. Maximum bidding की बात करें तो Retail investors 14 lots यानी 1,064 शेयर तक apply कर सकते हैं. इस हिसाब से maximum investment लगभग ₹2,07,480 बैठेगा.

Issue में किसके लिए कितना Reserve?

कंपनी ने अपने इश्यू का 75% कोटा Qualified Institutional Buyers के लिए reserve किया है. Retail investors के लिए 10% हिस्सा अलग से तय है जबकि 15% हिस्सा Non-institutional investors यानि NII category को दिया गया है.

Bottom Line

Wakefit का IPO मार्केट में अच्छी चर्चा बटोर रहा है. Strong online presence, बढ़ती sales और furniture category में बढ़ते demand के कारण retail investors भी इस issue को लेकर positive दिख रहे हैं. हालांकि निवेश करने से पहले price band, issue details और market condition को समझकर ही decision लेना समझदारी होगी.