नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के एक वांछित सदस्य हनीफ शेख को गुरुवार को महाराष्ट्र के भुसावल से गिरफ्तार किया. आरोपी करीब 22 साल से फरार था. इस पर 2001 में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में यूएपीए और राजद्रोह के मामले दर्ज किए गए थे. हनीफ पर अलग-अलग राज्यों में 4 मामले दर्ज हैं.

स्पेशल सेल के डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि उनकी टीम को पता चला कि हनीफ हुडाई ने अपनी पहचान मोहम्मद हनीफ कर ली है. वह भुसावल में इसी नाम से एक उर्दू स्कूल में शिक्षक है. पुलिस टीम 22 फरवरी को भुसावल पहुंची और उसे धर दबोचा. पुलिस के मुताबिक, हनीफ 1997 में सिमी संगठन में शामिल हो गया था. इसके बाद उसने मुस्लिम युवाओं को संगठन में शामिल करने और उन्हें कट्टरपंथी बनाने का काम शुरू कर दिया था. इसकी कट्टर सोच को देखते हुए सिमी के तत्कालीन अध्यक्ष साहिद बदर ने फिर इसे सिमी पत्रिका ‘इस्लामिक मूवमेंट’ के उर्दू संस्करण का संपादक बना दिया था. इस दौरान उसने कई भड़काऊ लेख भी लिखे थे. इसे पत्रिका की जिम्मेदारी देने के कुछ दिन बाद ही दिल्ली के जाकिर नगर में सिमी के मुख्यालय में कमरा दे दिया गया था.

कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था : आरोपी हनीफ के खिलाफ महाराष्ट्र में यूएपीए अधिनियम और अन्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के तहत मामलों में शामिल होने का आरोप है. जबकि, दिल्ली में दर्ज मामले में इसे अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.