वॉशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच सीमा पर चल रही तनातनी के बीच यूरोप और अमेरिका भी अब युद्ध की तैयारी में जुट गए हैं. यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर रूस के टैंक और युद्धपोत तैनात किए जाने के बाद एक तरफ फ्रांस ने मिराज और राफेल लड़ाकू विमानों के जरिए परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलों का परीक्षण किया है, तो दूसरी ओर अमेरिका काला सागर में अपने युद्धपोतों की तैनाती पर विचार कर रहा है.
दरअसल, पिछले कुछ महीनों से यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर हलचल मची हुई है. एक तरफ यूक्रेन के पूर्वी सीमा पर डोनबास में अलगाववादी सक्रिय नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर रूस ऐसे अलगाववादियों को समर्थन देने के लिए टैंक और हथियार तैनात कर दिए हैं. इससे हालात और बिगड़ रहे हैं. खतरे को देखते हुए यूरोप और अमेरिकी ने यूक्रेन को सहायता की घोषणा की है.
इस कड़ी में फ्रांस ने अपने लड़ाकू विमानों से जहां परमाणु मिसाइलों का परीक्षण किया है, वहीं दूसरी ओर अमेरिकी ने नार्वे में अपने बमवर्षक तैनात कर दिए हैं, दूसरी ओर काला सागर में अपने युद्धपोत भेजने की तैयारी कर रहा है. माना जा रहा है कि पखवाड़े के भीतर अमेरिकी युद्धक विमान काला सागर में मौजूद होंगे.