अमृतसर। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध अभी भी जारी है. इस बीच भारतीय छात्रों का स्वदेश लौटना भी हो रहा है. वहां पंजाब के भी कई छात्र फंसे हुए हैं. पंजाब की युक्ता खारकिव से लौट आई हैं. यूक्रेन से दो दिन पहले लौटी छात्रा युक्ता शनिवार को डीसी कार्यालय में एक लिस्ट लेकर पहुंची. इस लिस्ट में उन 52 छात्रों के नाम थे, जो कि यूक्रेन के खारकिव में ही स्थित कॉलेज हॉस्टल के बंकर में मौजूद हैं. ये सभी छात्र युक्ता के बैचमेट हैं और पंजाब के अलग-अलग शहरों से हैं.

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कंट्रोल रूम में अब तक अमृतसर के सिर्फ 20 छात्रों की ही डिटेल है, जबकि यहां के तकरीबन 45 छात्र बताए जा रहे हैं. कंट्रोल रूम से लगातार बच्चों से और उनके माता-पिता से संपर्क किया जा रहा है. पंजाब के अलग-अलग शहरों से वहां कई स्टूडेंट्स MBBS करने गए हुए हैं. बच्चों के वहां फंसे होने के कारण माता-पिता परेशान हैं. वे अमृतसर के डीसी ऑफिस पहुंचे, हालांकि शनिवार की छुट्टी होने के कारण डीसी गुरप्रीत सिंह खैहरा मौजूद नहीं थे. फिर उन्हें पीए ने एसडीएम से मिलने के लिए कहा, लेकिन वे भी नहीं थे, जिसके बाद निराश पेरेंट्स वापस लौट गए. बाद में इन अभिभावकों के फिर से डीसी दफ्तर में बुलाया गया और उन्हें कंप्लीट जानकारी देने के लिए कहा गया, ताकि उनकी मदद की जा सके.

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एयरबेस तक नहीं पहुंच पा रहे छात्र

फिलहाल वहां कॉलेज प्रबंधन फंसे हुए छात्रों के खाने-पीने का इंतजाम कर रहा है, लेकिन अब बच्चे पूरी तरह से डरे हुए हैं. डॉ अनुराग ने बताया कि उनका भाई यूक्रेन में है और इंटरनेट काम नहीं करने के कारण ठीक से बात नहीं हो पा रही है. छात्र खारकिव से पास के एयरबेस तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से फ्लाइट्स तो चलाई गई हैं, लेकिन उन फ्लाइट्स तक छात्रों का खुद से पहुंचना मुश्किल हो गया है. डीसी ऑफिस में उन्हें डीआरओ से मुलाकात के बाद कंट्रोल रूम में सारी डिटेल लिखवाने के लिए कहा गया.