सुप्रिया पांडेय, रायपुर। भले ही कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के किसान दिल्ली की सीमा पर डटे हों, लेकिन इसका असर छत्तीसगढ़ तक देखने को मिल रहा है. सर्दी के दिनों में गर्म कपड़ों का व्यापार इस आंदोलन की वजह से ठंडा पड़ गया है. आपूर्ति प्रभावित होने से गर्म कपड़ों के दाम में इजाफा हुआ है.
पंडरी कपड़ा मार्केट के उपाध्यक्ष चंदन विधानी का कहना है कि गर्म कपड़ों का कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है, ठंड अच्छी होने के कारण चारों तरफ से मांग अच्छी आ रही है, लेकिन माल सप्लाई नहीं होने की वजह से शार्टेज हो रही है. डिमांड बढ़ने की वजह से गर्म कपड़ों के रेट बढ़ गए हैं, गर्म कपड़ों की सप्लाई अमृतसर व लुधियाना से होती है.
पंडरी कपड़ा मार्केट के व्यापारी पृथ्वी पाल सिंह छाबड़ा ने बताया कि माल की बिक्री इस बार पिछले साल से ज्यादा अच्छी है, क्योंकि ठंड इस बार सही टाइम पर पड़ा है. लेकिन इस बार कोविड की वजह से फर्क पड़ा है, कोरोना की वजह से देर से कपड़ों की बुकिंग हुई है. वहीं जिस समय गर्म कपड़ों की ज्यादा सप्लाई होती है, उस समय किसानों के आंदोलन की वजह से दिक्कत होने लगी है. गर्म कपड़ों की सप्लाई कम व मांग ज्यादा है, जिस वजह से दिक्कत होने लगी है.
छाबड़ा ने कहा कि किसान रास्ता रोककर रखे हैं, जिस वजह से 20 दिन बाद भी कपड़ो की सप्लाई नहीं हो रही है. पहले 10 दिन के भीतर कपड़ों की सप्लाई होती थी, पहले चाइना से भी माल आता था अब वो भी बंद हो गया. इस वजह से दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.