शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. जहां एक तरफ नर्सिंग एसोसिएशन की हड़ताल जारी है, वहीं दूसरी तरफ बिजली कर्मचारियों की सैलरी रोकने पर अभियंता संघ ने भी आंदोलन की चेतावनी दी है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी कर्मचारियों की सैलरी रोके जाने पर सरकार पर निशाना साध चुके हैं.

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दरअसल प्रदेश में बिजली कंपनी ने कर्मचारियों को बिजली चोरी को लेकर कार्रवाई करने टारगेट का दिया है, जिसका लक्ष्य पूरा नहीं करने वाले करीब 400 कर्मचारियों की सैलरी रोक दी है. जिसको लेकर मध्य प्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ के महासचिव वीकेएस परिहार ने सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की रोकी गई सैलरी वापस जारी की जाए, अन्यथा हम आंदोलन करेंगे.

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बता दें कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की रोकी गई सैलरी को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी शनिवार को एक ट्विट करके घेरते हुए नजर आए. उन्होंने उन्होंने ट्विट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश में बिजली महंगी करने के बाद अब बिजली कंपनी लोगों पर बिजली चोरी की झूठे मामले दर्ज करना चाहती है. उन्होंने आगे लिखा कि मामले दर्ज न करने के आरोप में 400 कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है. ऐसा काम तो ईस्ट इंडिया कम्पनी के राज में होता था. कमलनाथ ने शिवराज सिंह से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या आप जनता को ग़ुलाम बनाना चाहते हैं?

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