MUMBAI: भारत के पूर्व क्रिकेटर सलीम दुर्रानी एकबार फिर से चर्चा में हैं। कारण है एक बुजुर्ग महिला के चौंकाने वाले दावे। बेलापुर मेट्रो स्टेशन मुंबई के बाहर एक शख्स को बुजुर्ग महिला दिखी। यह महिला भीख मांग रही थी। उसके तौर-तरीके और चेहरा देखने के बाद जब शख्स ने बात की तो हैरान हो गया। वह महिला शानदार अंग्रेजी बोल रही थी। उस शख्स ने पुलिस और एक संस्था से संपर्क किया। जब बुजुर्ग महिला ने अपने बारे में बताया तो सबके पैरों तले कि मानो जमीन ही खिसक गई। बुजुर्ग महिला ने दावा किया कि वह रेखा श्रीवास्तव है और वह पूर्व क्रिकेटर सलीम दुर्रानी की पत्नी है। महिला ने दावा किया है कि उसने अपना अधिकांश जीवन मुंबई में बिताया है। वह कुछ समय दुबई में भी रही है। वह अपनी खुद की एयरलाइन चलाती थी। उन्हें एक आश्रयगृह में ले जाया गया, दुर्रानी का 2 साल पहले निधन हो गया था।

महिला ने दावा किया है कि उनके पति पूरे देश में क्रिकेट खेलते थे और उनके बिना कभी यात्रा नहीं करते थे। सलीम दुरानी का निधन 2 अप्रैल 2023 को हुआ था। उस समय वह गुजरात के जामनगर में अपने भाई के साथ रह रहे थे। महिला ने यह भी बताया कि कभी उसके पास मुंबई में एक बंगला था, जिसे उसने बेच दिया। फिलहाल वह खुद को पूरी तरह से बेसहारा और बिना पैसों के बता रही हैं।उन्होंने कहा, ‘मैंने कई महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात की है, जिनमें महाराजा और मंत्री शामिल हैं।  महिला का दावा है कि उसके जीवन में एक दुखद मोड़ आया, जिससे वह आर्थिक रूप से बर्बाद हो गई और बेघर हो गई।

सलीम दुर्रानी का जन्म अफगानिस्तान में हुआ था, लेकिन उनके पिता को 1935 में तत्कालीन जाम साहब दिग्विजयसिंहजी रणजीतसिंहजी ने नौकरी की पेशकश की। इसके बाद दुर्रानी परिवार गुजरात के जामनगर में बस गया। उन्होंने गुजरात, सौराष्ट्र और राजस्थान के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी खेला। टाइम्स ऑफ इंडिया और रेडिफ की खबरों के अनुसार, दुरानी का विवाह कुछ समय के लिए रेखा श्रीवास्तव नाम की महिला से हुआ था। हालांकि, यह ज्ञात नहीं है कि क्या वह वही रेखा हैं जिन्हें मुंबई में बचाया गया है। सलीम दुर्रानी का निधन 2 अप्रैल, 2023 को हुआ। उस समय वह गुजरात के जामनगर में अपने भाई के साथ रह रहे थे।

दिसंबर 1934 में काबुल में जन्मे सलीम दुर्रानी विभाजन के बाद जामनगर में बस गए। अपनी जोशीली शैली के लिए जाने जाने वाले उन्होंने 1960 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने। वे अपनी मनचाही छक्के लगाने की क्षमता के लिए दर्शकों के चहेते थे, जिसके लिए खचाखच भरे स्टेडियमों में नारे और बैनर लहराए जाते थे। उनका प्रभाव बहुत बड़ा था, खासकर वेस्ट इंडीज के खिलाफ भारत की 1971 की मशहूर सीरीज जीत के दौरान। हालांकि इस मामले में जामनगर में रहने वाले सलीम दुर्रानी के परिवार की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, न ही किसी विश्वसनीय क्रिकेट रिकॉर्ड में रेखा श्रीवास्तव नाम की पत्नी का उल्लेख मिलता है।