भुवनेश्वर। गोपालपुर, बालासोर के बाद अब वलंगा की घटना ओडिशा में महिलाओं की सुरक्षा को दर्शाती है. राजनीतिक गलियारों से लेकर आम लोगों में भी इस पर बहस छिड़ी हुई है. वलंगा में एक नाबालिग लड़की को बदमाशों ने उस समय जला दिया जब वह अकेली जा रही थी. उसे बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर एम्स से दिल्ली एम्स भेजा जा रहा है. इस घटना के बाद, राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं.

12 जुलाई को बालासोर एफएम ऑटोनॉमस कॉलेज की एक छात्रा न्याय की गुहार लगाती रही और आखिरकार उसे बेबस होकर अपनी जान देने पर मजबूर होना पड़ा. इसी तरह, कुछ दिन पहले, 15 जून को गंजम जिले के गोपालपुर समुद्र तट पर एक युवती के साथ हुए सामूहिक बलात्कार ने देश-विदेश में ओडिशा की बदनामी की.
इस संबंध में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 22 जून को अमेरिकी लोगों को ओडिशा समेत भारत के छह राज्यों की यात्रा के दौरान विशेष सावधानी बरतने और महिलाओं को अकेले यात्रा न करने की चेतावनी दी थी.
इसके ठीक 21 दिन बाद, एफएम कॉलेज की घटना हुई, जबकि पाँच दिन बाद बलंगा की घटना हुई. चूँकि ये घटनाएँ एक के बाद एक हो रही हैं, इसलिए ट्रंप की चेतावनी सच होती दिख रही है.
गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार द्वारा 22 जून को जारी दिशानिर्देशों में कहा गया था कि अमेरिकी नागरिकों को ओडिशा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और मेघालय के अधिकांश हिस्सों की यात्रा करने से पहले आवश्यक अनुमति लेनी चाहिए. दिशा-निर्देशों में कहा गया था कि यदि अमेरिकी केवल इन राज्यों की राजधानियों की यात्रा कर रहे हैं तो अनुमति की आवश्यकता नहीं है.
पूर्वी महाराष्ट्र और पूर्वी मध्य प्रदेश की यात्रा के लिए भी अनुमति आवश्यक थी. अमेरिकी नागरिकों को आव्रजन हिरासत और जुर्माने के जोखिम के कारण भारत-नेपाल सीमा को ज़मीनी रास्ते से पार न करने की सलाह दी गई थी. दिशानिर्देशों में पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता का भी उल्लेख किया गया था.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक