स्पोर्ट्स डेस्क– भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में वाशिंगटन सुंदर हीरो बनकर उबरते नजर आ रहे हैं वाशिंगटन सुंदर ने पहले तो अपनी गेंदबाजी से पहली पारी में सबको प्रभावित किया और 3 अहम विकेट निकाले और अब जब बल्लेबाजी का मौका मिला तो उन्होंने ऐसी बल्लेबाजी कर दी जिसकी हर ओर तारीफ हो रही है, उनके बल्ले से ऐसे समय पर रन निकले हैं, जब टीम इंडिया को उसकी बहुत जरूरत थी वाशिंगटन सुंदर ने पहले तो पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट निकाले और फिर टीम इंडिया के लिए मुश्किल समय में बल्लेबाजी करते हुए 144 गेंद में 62 रन बनाए 7 चौके लगाए एक सिक्सर जड़ा, इस तरह से वाशिंगटन सुंदर अब टीम इंडिया के ऐसे बल्लेबाज बन चुके हैं जिन्होंने अपने इस कारनामे के साथ ही इतिहास रच दिया है, वाशिंगटन सुंदर ने गेंद और बल्ले से ऐसा प्रदर्शन किया है जो पिछले 74 सालों में कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं कर सका है।
वाशिंगटन सुंदर भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने पहले ही इंटरनेशनल डेब्यू टेस्ट मैच में पहली पारी में 3 विकेट लेने के बाद अर्धशतक भी ठोक दिया है, सुंदर से पहले ऐसा कारनामा 1947 में भारत के पूर्व खिलाड़ी दत्तु फाडकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था।
वाशिंगटन सुंदर के बारे में आपको बता दें कि साल 2000 से कोई भी फर्स्ट क्लास मैच उन्होंने नहीं खेला है, तमिलनाडु क्रिकेट संघ ने पिछले 3 सालों से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्हें मौका ही नहीं दिया है, लेकिन टीम इंडिया के मौजूदा ऑस्ट्रेलिया दौरे में इंडियन खिलाड़ियों के लगातार चोटिल होने की वजह से सुंदर को टीम इंडिया से टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला और उन्होंने खुद को साबित भी किया, उन्होंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित कर दिखाया।