मनोज यादव, कोरबा। कोराना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंची कलेक्टर किरण कौशल सिविल सर्जन पर भड़क उठीं… कलेक्टर ने सिविल सर्जन की जमकर क्लास लगा दी… कलेक्टर ने कहा-…. बेवकूफ समझते हो… कलेक्टर को गुस्से में देख सिविल सर्जन कांपने लगे.

आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर कलेक्टर को इतना गुस्सा क्यों आ रहा है.. वो क्यों भड़क रही है… इस पूरे माजरे को समझने के लिए आपको यह वीडियो पूरा देखना होगा.

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वीडियो देखने के बाद भी अगर आपको पूरा माजरा नहीं समझ आया तो हम आपको बताते हैं. दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और उसकी रोकथाम के लिये जिला प्रशासन द्वारा सभी जरूरी व्यवस्थायें की जा रही हैं. जिला अस्पताल में चार आइसोलेशन वार्ड बना लिये गये हैं और उन वार्डों में संदिग्ध मरीजों सहित संक्रमित होने की दशा में कोरोना पीड़ित मरीज के ईलाज की सभी इंतजाम किया गया है.

कलेक्टर किरण कौशल सोमवार सुबह अचानक जिला अस्पताल में किये गये इंतजामों का निरीक्षण किया. उन्होंने अस्पताल का भ्रमण कर ओपीडी में मरीजों की भीड़ लगी थी, वहां मौजूद मरीजों ने अव्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर से शिकायत की.. मरीजों ने बताया वो सुबह से अस्पताल में लाइन पर खड़े हैं लेकिन अपने चेंबर पर डॉक्टर ही नहीं थे.. जिसकी वजह से लाइन काफी लंबी लगी थी.. वहीं जब कलेक्टर अस्पताल में दाखिल हुईं तो वहां न तो सेनिटाइजर की व्यवस्था और न ही कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए कोई मौजूद नहीं था.. जिस पर लंबी लाइन, लोगों की शिकायत और फिर डॉक्टरों का अपना चेंबर पर मौजूद नहीं होने से कलेक्टर जमकर भड़क उठीं.. उन्होंने सिविल सर्जन डाॅक्टर अरूण तिवारी को जमकर फटकार लगाई और व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिये. उन्होंने सभी डाॅक्टरों को अपने-अपने कमरों में बैठकर निर्धारित समय में मरीजों की जांच और ईलाज करने के निर्देश दिये.

बताया जा रहा है कि जिस दौरान कलेक्टर अस्पताल पहुंची उस दौरान सिविल सर्जन डाॅक्टर अरूण तिवारी अन्य डाॅक्टरों के साथ बैठक कर रहे थे. इस वजह से ओपीडी में डाॅक्टर उपस्थित नहीं थे और मरीजों की भीड़ ओपीडी परिसर में लग गई थी. मौके पर पहुॅंची कलेक्टर ने अस्पताल जैसी बेहद संवेदनशील जगह पर इतनी भीड़ देखकर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये सिविल सर्जन और सभी डाॅक्टरों को तलब किया. कलेक्टर ने सभी डाॅक्टरों को कोरोना वायरस के संक्रमण के इन मौजूदा हालातों में अपने-अपने कक्षों में बैठकर मरीजों की सघन जाॅंच करने के निर्देश दिये. उन्होंने इस दौरान अस्पताल स्तर पर किसी भी प्रकार की बैठक आदि आयोजित नहीं करने के निर्देश अधिकारियों को दिये.

सिविल सर्जन की लापरवाहियों को देखते हुए कलेक्टर ने कलेक्टर ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बने हालातों और उसकी रोकथाम के लिये किये जा रहे इंतजामों के मद्देनजर सिविल सर्जन डाॅक्टर अरूण तिवारी के सभी प्रशासनिक अधिकारों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा निर्वहन किये जाने के निर्देश दिये. कलेक्टर किरण कौशल ने अस्पताल में इस संबंध में सभी जरूरी इंतजाम और जाॅंच उपकरणों तथा दवाओं आदि की समुचित मात्रा में व्यवस्था के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिया.